लालापुर प्रयागराज (मंगला तिवारी)। मनकामेश्वर मंदिर लालापुर में सुबह से भोले के भक्तों का रेला उमड़ पड़ा।शाम तक यह सिलसिला चलता रहा। पुलिस प्रशासन का मानना है कि लगभग लाखों भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर पूजा अर्चना किया। मानव जीवन के कल्याण के लिए भगवान शिव के निराकार से साकार रूप में आने की रात्रि को महाशिवरात्रि कहा जाता है। हिन्दू धर्म में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती है। ऐसा माना जाता है विधि पूर्वक व्रत और पूजा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
थानाध्यक्ष लालापुर मेले की सम्भाली कमान - थानाध्यक्ष लालापुर अजय कुमार मिश्र मय पुलिस बल के साथ भोर से ही मेले की कमान संभाले थे। मेले के चारों तरफ चप्पे-चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई थी। मेले में कोई सरारती व्यक्ति नजर नहीं आया। थानाध्यक्ष लालापुर कभी गर्भगृह मौजूद तो कभी नीचे आकर श्रद्धालुओं को दर्शन के लाइन लगवा रहे थे।भोर से ही लगातार लाउडस्पीकर से भक्तों का हौसला बुलंद करते हुए कहते रहे कि आप सभी श्रद्धालु धक्का मुक्की न करें सभी श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जायेगा कोई भी श्रद्वालु बिना दर्शन किये वापस नहीं जायेगा।
ग्राम प्रधान मेले में भोर से मौजूद रहे ग्राम प्रधान भटपुरा लालापुर शंकर लाल पाण्डेय अपने कार्यकर्ताओं के साथ भोर से ही मौजूद रहे। महाशिवरात्रि का मेला सुचारू रूप से सम्पन्न कराया।
महाकुम्भ प्रयागराज संगम नगरी से लगभग 45 किलोमीटर सुदूरवर्ती दक्षिण पश्चिम छोर पर लालापुर भटपुरा गांव में बसे मनकामेश्वर मंदिर में बाबा भूतेश्वर भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग अद्भुत संगम है। यमुना नदी के किनारे पहाड़ की चोटी पर विराजमान भगवान शिव का दर्शन पूजन करने के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं और अपनी मनोकामना पूर्ण करते हैं कहा जाता है कि भगवान राम ने वन गमन के समय मनकामेश्वर धाम लालापुर में शिव लिंग की स्थापना की थी। इस वर्ष बुधवार को महाशिवरात्रि होने के कारण भोर से ही मनकामेश्वर धाम में भक्तों की भारी भीड़ रही। मौसम बहुत ही सुहावना होने के कारण मनकामेश्वर मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब भगवान भोलेनाथ अवागढ़ दानी भूतेश नाथ के दर्शन के लिए उत्साहित था।भोर से ही शिव भक्तों ने हर हर महादेव का जयकारा लगाते हुए भगवान भोलेनाथ का दर्शन कर अपने परिवार की मंगलकामना के लिए पूजा-अर्चना की। मनकामेश्वर मंदिर लालापुर क्षेत्र का इकलौता प्राचीन मंदिर है। जहां महाशिवरात्रि पर्व पर प्रयागराज , कौशाम्बी, चित्रकूट, फतेहपुर ,प्रतापगढ़, मध्यप्रदेश सहित कई जिलों से आयें लाखों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। मनकामेश्वर धाम के पुजारी रुद्रेश मिश्रा व ननकऊ पंडित बताया कि महाशिवरात्रि का व्रत करने वाले साधक को मोक्ष की प्राप्ति होती है। जगत में रहते हुए मनुष्य का कल्याण करने वाला व्रत है।इस व्रत को रखने से साधक के सभी दुखों पीड़ाओं का अन्त तो होता ही है साथ ही मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शिव के साधना से धन धान्य ,सुख सौभाग्य और समृद्धि की कमी कभी नहीं होती। भक्ति और भाव से स्वतरूके लिए तो करना चाहिए साथ ही जगत के कल्याण के लिए भगवान आषुतोष की आराधना करनी चाहिए। मनसा --- वाचा.... कर्मणा हमें शिव की आराधना करनी चाहिए। भगवान भोलेनाथ नीलकण्ठ है विश्वास नाथ है। महाशिवरात्रि के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को देखते हुए दर्शनार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मनकामेश्वर धाम मेले में मौजूद एसीपी सन्त लाल सरोज, थानाध्यक्ष लालापुर अजय कुमार मिश्र, वरिष्ठ उपनिरीक्षक इन्द्रेश सिंह,उ.नि.राम नगीना यादव,हे.का.अरुण यादव का.राहुल सिंह,किशन गुप्ता, जोगेन्द्र वैश्य,उदय भान म.का.रोशनी,साबित्री नर्सिंग होम के डायरेक्टर सूरज तिवारी, प्रधान शंकर लाल पाण्डेय, अध्यक्ष रमाशंकर तिवारी, वरिष्ठ पत्रकार वीरेन्द्र पाण्डेय मंदिर व्यवस्थापक माखन पाण्डेय, मंदिर महन्त पंडित ननकाऊ तिवारी, हरी कुश द्विवेदी,राजा पंडित शिव पूजन उपाध्याय सहित तमाम क्षेत्रीय श्रद्वालु उपस्थित रहे।