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सेक्टर 23 में लगी आग, फायर ब्रिगेड की टीम ने पाया काबू; एक दिन में दूसरी घटना

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कुंभनगर (राजेश सिंह/राजेश शुक्ल)। बताया जा रहा है कि अरैल मेन रोड के पीछे कि तरफ महाराज भोग प्रसादमं में स्थित बाबा टी स्टॉल में आग लगी थी। महाकुंभ नगर मेले के सेक्टर 23 के पीछे एक दुकान में रविवार को रात को आग लग गई। बताया जा रहा है कि अरैल मेन रोड के पीछे कि तरफ महाराज भोग प्रसादमं में स्थित बाबा टी स्टॉल में आग लगी थी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पा लिया है। फिलहाल इस बात की जानकारी सामने नहीं आई है कि यह आग कैसे लगी। 

एक दिन में आग की दूसरी घटना

इससे पहले आज ही सेक्टर 19 में एक कल्पवासी के तंबू में गैस सिलेंडर में रिसाव के कारण आग लग गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि दमकलकर्मियों ने 10 मिनट के भीतर आग पर काबू पा लिया और कोई हताहत नहीं हुआ।

प्रयागराज निवासी राजेंद्र जायसवाल का था तंबू

मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुंभ) प्रमोद शर्मा ने समाचार एजेंसी को बताया था कि आग लगने की सूचना ओम प्रकाश पांडे सेवा संस्थान द्वारा दी गई थी। यह तंबू करमा, प्रयागराज निवासी राजेंद्र जायसवाल का था। सूचना के बाद तुरंत तीन दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा गया। आग पर 10 मिनट में काबू पा लिया गया, लेकिन तंबू पूरी तरह जलकर खाक हो गया।

सात फरवरी को भी लगी थी आग

इससे पहले 7 फरवरी को महाकुंभ नगर के सेक्टर 18 में आग लग गई थी। सूचना मिलते ही आनन-फानन दमकल विभाग की गाड़ियां और अधिकारी आग बुझाने में जुट गए थे। यह आग सेक्टर 18 में बने इस्कॉन के शिविर में लगी थी। गनीमत रही थी कुछ ज्यादा नुकसान नहीं हुआ था।

30 जनवरी को छतनाग में लगी थी आग

महाकुंभ से सटे छतनाग गांव के किनारे अवैध रूप से बनी टेंट सिटी श्श्जस्ट ए शिविरश् में 30 जनवरी को आग लगी थी। जिसमें 15 लग्जरी कॉटेज राख हो गए थे। शुरुआत जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात सामने आई थी। फायर ब्रिगेड ने जल्द ही आग पर काबू पा लिया था। गनीमत रही कि आग के वक्त कॉटेज के अंदर कोई नहीं था।

19 जनवरी को सेक्टर 19 में आग लगने की हुई थी घटना

19 जनवरी को महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में गीता प्रेस गोरखपुर के शिविर में आग लग गई थी। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था और बांस-फूस के बने कई कॉटेज जलकर राख हो गए थे। दुर्घटना के दौरान कॉटेज में रखे एलपीजी सिलेंडर धमाके के साथ फटे थे।

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