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महाकुंभः माघी पूर्णिमा पर स्नान शुरू, 2.5 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान

 

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कुंभनगर (राजेश शुक्ल/राजेश सिंह)। माघी पूर्णिमा के पुण्य योग का श्रीगणेश होते ही मंगलवार शाम संगम पर घंटा-घड़ियाल और शंखनाद के साथ महास्नान शुरू हो गया। आस्था की डुबकी लगाने वाले हर-हर गंगे, हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ अमृतपान को संगम में समाने लगे। मंगलवार को रात दस बजे तक एक करोड़ 43 लाख श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके थे। बुधवार को भी माघी पूर्णिमा का दिन भर स्नान होगा। मेला प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि लगभग 2.5 करोड़ श्रद्धालु पुण्य की डुबकी लगाएंगे। भीड़ को देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश एक दिन पहले से ही रोक दिया गया है। प्रयागराज शहर को भी नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। सिर्फ आपात सेवा और आवश्यक सेवाओं वाले वाहन चलेंगे। 

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माघी पूर्णिमा पर स्नान की खास बातें

11 फरवरी की शाम 6 बजकर 55 मिनट से पूर्णिमा तिथि प्रारंभ 

12 फरवरी की शाम 7 बजकर 22 मिनट तक हो सकेगा महास्नान

2.5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने का लगाया गया है अनुमान 

श्रद्धालुओं पर 25 क्विंटल पुष्प की वर्षा हेलीकॉप्टर से कराई जाएगी 

15 जिलों के डीएम, 20 आईएएस व 85 पीसीएस अफसर ड्यूटी में

44 घाटों पर उल्लास के साथ स्नान

वैदिक पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा मंगलवार शाम 6 बजकर 55 मिनट से प्रारंभ हो गई। पुण्य काल शुरू होते ही संगम तट समेत सभी 44 घाटों पर उल्लास के साथ स्नान शुरू हो गया। 

आस्था के इस महापर्व पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार दिन से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी थी। शाम तक तो लाखों की संख्या में स्नानार्थी संगम तट पर पहुंच चुके थे। स्नान का शंखनाद होते ही पुण्य की डुबकी लगने लगी। 

बस अड्डों, स्टेशनों, पार्किंग स्थलों से संगम की ओर से पूरी रात श्रद्धालुओं का रेला चलता रहा। प्रयागराज आने वाले हर मार्ग पर वाहनों का तांता लगा हुआ है। श्रद्धालुओं पर बुधवार सुबह आठ बजे से हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी कराई जाएगी। भीड़ प्रबंधन को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाराजगी के बाद अधिकारी विशेष रूप से सतर्क हैं। सभी दिशाओं में अलग-अलग पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। संगम पर भी बैरिकेडिंग मजबूत की गई है। कुंभनगर में एकल मार्ग से ही श्रद्धालुओं का आवागमन हो रहा है।

नो व्हीकल जोन का आशय 

एडीजी जोन भानु भास्कर के मुताबिक, नो व्हीकल जोन का आशय है परंपरागत रूप से चलने वाले सामान्य यातायात पर प्रतिबंध लगना। जब किसी शहर या स्थान पर पैदल चलने वालों की भीड़ अत्यधिक होती है और वाहनों के आवागमन से उन्हें सुरक्षा प्रभावित होती है, तब इसे लागू किया जाता है। माघी पूर्णिमा पर स्नानार्थियों के सुगम व सुरक्षित यातायात को देखते हुए नो व्हीकल जोन लागू किया गया है। हालांकि, इस दौरान आवश्यक वस्तु, चिकित्सा, आकस्मिक सेवाओं संबंधी वाहनों का आवागमन होता रहेगा। खाद्य पदार्थ, ईंधन, चिकित्सा सामाग्री की पूर्ति करने वाले वाहनों को अनुमति रहेगी। प्रयागराज शहर के नागरिक धैर्य के साथ पुलिस-प्रशासन की व्यवस्था में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रहे हैं। लोगों से अपील है कि बहुत आवश्यक होने पर ही निजी वाहन लेकर घर से निकलें।

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मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएं 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माघी पूर्णिमा के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों एवं महाकुंभ में स्नान के लिए पधारे संत-महात्माओं, कल्पवासियों तथा श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने कहा कि पौष पूर्णिमा (13 जनवरी) से प्रारंभ महाकुंभ में अब तक 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पावन त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया है। अब माघ पूर्णिमा स्नान का पावन अवसर है जिसमें स्नान, दान और पूजन का विशेष महत्व है। प्रयागराज में संगम स्थल पर एक माह का कल्पवास करने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह तिथि एक विशेष पर्व है। माघी पूर्णिमा पर एक माह का कल्पवास पूर्ण हो जाता है।


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