नई दिल्ली। दिल्ली में चुनाव परिणाम घोषित होने के 11 दिन बाद बुधवार को आखिरकार दिल्ली को नया अपना मुख्यमंत्री मिल गया। भाजपा के सभी 48 नवनिर्वाचित विधायकों की हुई बैठक में रेखा गुप्ता के नाम पर महुर लगी। अब सीएम के नाम के एलान के बाद रेखा गुप्ता उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
गुरुवार दोपहर रामलीला मैदान में मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल के अन्य छह सदस्य पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए रविशंकर प्रसाद और ओम प्रकाश धनखड़ को पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। नेता के चुनाव के लिए बैठक आज शाम पार्टी कार्यालय में हुई।
वहीं पर रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी जोरों पर है। समारोह स्थल पर तीन मंच बनाए गए हैं। मुख्य मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के उपराज्यपाल और नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री बैठेंगे। वहीं, दूसरे मंच पर धर्मगुरुओं के बैठने की व्यवस्था होगी। तीसरे मंच पर सांसदों और विधायकों के बैठने की व्यवस्था होगी।
शपथ ग्रहण में कितने लोग आएंगे कितने लोग आएंगे?
बता दें जब दिल्ली के सीएम शपथ ले रहे होंगे। उस दौरान एक लाख लोगों मौजूद होंगे। जिनमें 50 हजार अंदर तथा 50 हजार बाहर होंगे। शपथ ग्रहण के बाद सभी में लड्डुओं का वितरण होगा। लड्डू वितरण की जिम्मेदारी महिला मोर्चा को दी गई है। वीवीआईपी लोगों की एंट्री के लिए चार गेट बनाए गए हैं। इन पर मेटल डिटेक्टर लगाए गए हैं। वीवीआईपी गेस्ट के अलावा किसी को भी बिना तलाशी के एंट्री नहीं दी जाएगी
क्या रहेगा ट्रैफिक का हाल
यातयात पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, 20 फरवरी को सुबह 07रू00 बजे से शाम 04.00 बजे तक बीएसजेड मार्ग (आईटीओ से दिल्ली गेट), जेएलएन मार्ग (दिल्ली गेट से गुरु नानक चौक), अरुणा आसिफ अली रोड, मिंटो रोड से कमला मार्केट से हमदर्द चौक, रणजीत सिंह फ्लाईओवर से तुर्कमान गेट, अजमेरी गेट से कमला मार्केट तक कई सड़कों और आसपास के क्षेत्रों पर यातायात प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा जब तक कार्यक्रम चलेगा तब तक राजधानी हाई अलर्ट पर रहेगी।
मुख्यमंत्री पद के लिए इन नेताओं के नाम की खूब चर्चा रही चली। मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में नई दिल्ली सीट से पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल को हराने वाले प्रवेश वर्मा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सतीश उपाध्याय, पूर्व प्रदेश संगठन महामंत्री पवन शर्मा, जम्मू कश्मीर व गोवा के सह प्रभारी आशीष सूद, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा, रेखा गुप्ता, शिखा राय, अजय महावर, जितेंद्र महाजन, रविंद्र इंद्राज, कैलाश गंगवाल और करनैल सिंह सैनी के नाम की चर्चा हैं। यदि किसी सांसद को यह दायित्व मिलता है तो मनोज तिवारी भी रहे।
बता दें भारतीय चुनाव आयोग ने 5 फरवरी को दिल्ली में एक चरण में विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी। 8 फरवरी को जब वोटों मतगणना हुई भाजपा के खाते में 48 सीटें आई। जबकि AAP को सिर्फ 22 सीटें ही मिली। लगातार तीसरी बार कांग्रेस अपना खाता नहीं खोल पाई और करीब 27 सालों के बाद देश की राजधानी दिल्ली में भाजपा ने भारी बहुमत हासिल की।