कुम्भ नगर (राजेश शुक्ला/राजेश सिंह)। प्रज्ञा प्रवाह द्वारा प्रभु प्रेमी संघ के शिविर में "युवा विचार कुंभ" का आयोजन हुआ। इसमें प्रज्ञा प्रवाह पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश (युवा आयाम) सैकड़ों युवा शामिल हुये। युवा विचार कुंभ में पूर्वी उत्तर प्रदेश (काशी प्रांत, गोरक्ष प्रांत, कानपुर प्रांत, अवध प्रांत) तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश (उत्तराखंड प्रांत, ब्रज प्रांत, मेरठ प्रांत) से सहभागिता कर रहे सैकड़ों युवाओं को जूना पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि ने संबोधित किया।
उन्होंने कहा, “विश्व को आत्मज्ञान भारत ने दिया है और हम नित्य, अविनाशी और अजेय हैं। हम सनातन संस्कृति के वाहक हैं और हमारे अंतस में असीमित क्षमता है। हम सनातनी हैं, आवश्यकता है कि हम अपने ग्रंथों और परंपराओं की ओर लौटें। विश्व हमारी ओर देख रहा है और आने वाला युग भारत का युग है, सनातन का युग है। संपूर्ण विश्व युद्ध की चपेट में है, परंतु भारत युद्ध मुक्त देश है। हम युवाओं का आह्वान करते हैं कि वे भारत को विश्व का नेतृत्व करने योग्य बनाने में अपना योगदान दें।”
गोष्ठी में बीज वक्ता के रूप में प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे नंदकुमार ने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा, "आज भारत के विरुद्ध झूठा नैरेटिव गढ़कर युवाओं को बरगलाया जा रहा है। हमें युवाओं के बीच सच्चे विमर्श को खड़ा करने की आवश्यकता है, जिससे हम अपनी जड़ों की पहचान कर सकें और भारत को विश्व गुरु बनाने में अपना योगदान दें।”
गोष्ठी के द्वितीय सत्र में युवाओं को संबोधित करते हुए डॉ आद्या दीक्षित ने कहा, हम सभी युवाओं को अनुशासन में रहकर देश, धर्म, समाज और राष्ट्र का कार्य करने हेतु प्रस्तुत रहना चाहिए। युवा विचार कुंभ की प्रस्तावना प्रज्ञा प्रवाह युवा आयाम के अखिल भारतीय संयोजक ईशान जोशी ने प्रस्तुत किया।
समापन सत्र में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए प्रफुल्ल केतकर ने कहा, “कल्चरल मार्क्सिज्म और ग्लोबल मार्केट फोर्सज ने भारत के युवाओं को सनातन संस्कृति से विमुख करने का कार्य किया है। हमें इन शक्तियों से सावधान रहना चाहिए।” संचालन काशी प्रांत युवा आयाम के सह संयोजक डॉक्टर कुंवर शेखर गुप्त ने किया। अतिथियों का स्वागत प्रज्ञा प्रवाह काशी प्रांत के संयोजक प्रोफेसर योगेंद्र प्रताप सिंह व काशी प्रांत के सह संयोजक संतोष त्रिपाठी जी ने किया।
उत्तर क्षेत्र के संयोजक चंद्रकांत, भारतीय ज्ञान परंपरा पर कार्य कर रहे साइकेट्रिस्ट डॉ. मनोहर शिंदे, प्रज्ञा प्रवाह युवा आयाम के अखिल भारतीय सहसंयोजक श्रीकांत, प्रज्ञा प्रवाह युवा आयाम के काशी प्रांत संयोजक डॉ. शांतनु सौरभ, मंडल सह संयोजक डॉ. कीर्ति सिंह, डॉ. विशाल सिंह, डॉ. विपुल, पंडित सनी शर्मा भट्ट, अनिरुद्ध त्रिपाठी, ब्रह्मयज्ञ मिश्रा, अमन, अर्चना आदि रहे।