एएनआई, वाशिंगटन। दोनों देशों के बीच चल रहे टैरिफ युद्ध के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ अपनी बातचीत के दौरान यह मुद्दा उठाया कि उन्हें दोनों देशों के बीच सीमा निर्धारण संधि पर विश्वास नहीं है और वे सीमा को संशोधित करना चाहते हैं।
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट में चार लोगों का हवाला देते हुए कहा गया है कि फरवरी की शुरुआत में एक कॉल में उन्होंने दोनों देशों के बीच सीमा संधि को चुनौती दी थी और ट्रूडो से कहा था कि उन्हें उनके साझा जल समझौते पसंद नहीं हैं।
ट्रंप को लेकर क्या बोले थे ट्रूडो?
हाल ही में जस्टिन ट्रूडो ने ओटावा में कहा था कि आज फेंटेनाइल पर टैरिफ लगाने के लिए जो बहाना ट्रंप दे रहे हैं वह पूरी तरह अनुचित और झूठ है। वह कनाडा की अर्थव्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त होते देखना चाहते हैं, क्योंकि इससे हमें अपने साथ मिलाना आसान हो जाएगा।
तीन फरवरी को वाशिंगटन और ओटावा के बीच हुई बातचीत में न केवल कनाडाई निर्यात पर टैरिफ को रोकने पर चर्चा हुई, बल्कि ट्रंप ने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों के बारे में शिकायतों की लंबी सूची भी रखी, जिसमें कनाडा का संरक्षित डेयरी क्षेत्र, कनाडा में व्यापार करने में अमेरिकी बैंकों के सामने आने वाली कठिनाई और कनाडाई उपभोग कर शामिल हैं। ट्रंप इसे अनुचित मानते हैं।
ट्रंप ने किस सीमा संधि का किया जिक्र?
ट्रंप ने जिस सीमा संधि का उल्लेख किया, वह 1908 में हुई थी। ट्रंप ने झीलों और नदियों के बंटवारे पर फिर से विचार करने का भी उल्लेख किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह कनाडा को फाइव आइज नामक खुफिया-साझाकरण समूह से भी बाहर करना चाहते थे, जिसमें ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड भी शामिल हैं।
वह दोनों देशों के बीच ग्रेट लेक्स समझौतों और परंपरा को तोड़ना चाहते थे, जो बताते हैं कि वे सुपीरियर, ह्यूरन, एरी और ओंटारियो झीलों को कैसे साझा और प्रबंधित करते हैं।
दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग, विशेष रूप से उत्तरी अमेरिकी एयरोस्पेस रक्षा कमान की भी समीक्षा कर रहे हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि विदेश मंत्री मार्काे रुबियो ने हाल ही में इस विचार को खारिज कर दिया है कि अमेरिका सैन्य सहयोग को खत्म करने पर विचार कर रहा है।