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ट्रंप-जेलेंस्की बहस को छोड़िये, चर्चा इस पर करिये कि यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अपने देश के साथ क्या किया

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एक वर्ग अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की ओर से जेलेंस्की के साथ किये गये बर्ताव को अमर्यादित बता रहा है लेकिन ऐसे लोगों को समझना होगा कि जेलेंस्की की सनक की सजा यूक्रेन के साथ ही पूरी दुनिया को भुगतने की इजाजत नहीं दी जा सकती...

यूक्रेन में भी एक आपदा सरकार चल रही है जिसके राष्ट्रपति हैं वोलोदमीर जेलेंस्की। जेलेंस्की ने पद संभालने के बाद से अपने देश को आपदा में झोंक दिया। रूस के साथ तीन वर्ष से चल रहे युद्ध में यूक्रेन पूरी तरह तबाह हो चुका है। लाखों लोग मारे गये हैं, आधी जनता दूसरे देशों में भाग कर शरणार्थी जीवन गुजार रही है, सारे संसाधन तबाह हो चुके हैं लेकिन जेलेंस्की को युद्ध युद्ध खेलना अब भी अच्छा लग रहा है। वह अब भी कह रहे हैं कि संघर्षविराम के लिए राजी नहीं होंगे। देखा जाये तो इस युद्ध में यदि यूक्रेन को बड़ी शक्तियों का साथ नहीं मिलता तो वह दो दिन भी मैदान में नहीं टिक सकते थे लेकिन जेलेंस्की अब भी यह नहीं समझ पा रहे हैं कि किसी भी देश के लिए उनकी मदद करते रहने की एक सीमा है। जेलेंस्की को समझना होगा कि दो देशों का युद्ध अगर तीसरे विश्व युद्ध में तब्दील हुआ तो पहले ही तमाम चुनौतियों से जूझ रही दुनिया के लिए मुश्किलें और बढ़ जायेंगी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की को ओवल ऑफिस में मुलाकात के दौरान जिस तरह खरी खरी सुनाई उसकी दुनियाभर में तारीफ हो रही है। हालांकि एक वर्ग अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की ओर से जेलेंस्की के साथ किये गये बर्ताव को अमर्यादित बता रहा है लेकिन ऐसे लोगों को समझना होगा कि जेलेंस्की की सनक की सजा यूक्रेन के साथ ही पूरी दुनिया को भुगतने की इजाजत नहीं दी जा सकती।

जहां तक ओवल ऑफिस में अमेरिका और यूक्रेन के राष्ट्रपति के बीच हुई तीखी बहस की बात है तो आपको बता दें कि पहले से ही तनावपूर्ण माहौल में हो रही बैठक में उस समय बड़ा विस्फोट हो गया जब वेंस ने रूस-यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालने के लिए कूटनीति की आवश्यकता पर जोर दिया। इस दौरान ज़ेलेंस्की ने हाथ जोड़कर प्रतिवाद किया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। जेलेंस्की ने कहा कि आप किस तरह की कूटनीति की बात कर रहे हैं, जेडी? इस पर वेंस ने पलटवार करते हुए कहा, ष्मैं उस तरह की कूटनीति के बारे में बात कर रहा हूं जो आपके देश के विनाश को रोकेगी। इस दौरान ज़ेलेंस्की ने पुतिन के प्रति उनके नरम रुख को लेकर ट्रंप को खुली चुनौती दी और उनसे हत्यारे के साथ कोई समझौता नहीं करनेष् का आग्रह किया। ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के हमारे बड़े हिस्से पर कब्ज़ा कर लिया। उन्होंने कहा कि 2014 के दौरान किसी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को नहीं रोका। उन्होंने लोगों को मार डाला। जेलेंस्की ने कहा कि 2019 में मैंने उनके साथ युद्धविराम के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए मगर उन्होंने युद्धविराम तोड़ा, हमारे लोगों को मारा और कैदियों की अदला-बदली नहीं की इसलिए आप किस तरह की कूटनीति की बात कर रहे हैं? जेलेंस्की की बात का जवाब देते हुए, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा, मैं उस कूटनीति की बात कर रहा हूँ जो देश के विनाश को समाप्त कर सकती है। जेडी वेंस ने कहा कि आपको अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प का शुक्रिया अदा करना चाहिए क्योंकि अमेरिका के ओवल ऑफिस में आना और उस प्रशासन पर हमला करना अपमानजनक है जो आपके देश के विनाश को रोकने की कोशिश कर रहा है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं पुतिन या किसी और के साथ नहीं हूं, मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ हूं और दुनिया की भलाई के लिए संवाद में शामिल हूं। उन्होंने कहा कि पुतिन के लिए ज़ेलेंस्की के मन में जो नफरत है, उस तरह की नफरत के साथ समझौता करना बहुत मुश्किल है। ट्रंप ने कहा कि ज़ेलेंस्की को तत्काल युद्ध विराम करना चाहिए, युद्ध विराम तुरंत हो सकता है। यदि आप युद्ध समाप्त करना चाहते हैं, तो आपको एक समझौते पर हस्ताक्षर करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि ज़ेलेंस्की कहते हैं कि उन्हें युद्ध विराम नहीं चाहिए तो उन्हें अमेरिका के बिना लड़ना होगा और यदि वे अमेरिका के बिना लड़ते हैं, तो ये आसान नहीं होगा क्योंकि हमारे बिना वे जीत नहीं सकते। उन्होंने कहा कि ज़ेलेंस्की को यह महसूस करने की जरूरत है कि वह युद्ध हार रहे हैं। ट्रंप ने कहा, श्श्मैं अब और युद्ध नहीं लड़ना चाहता। ट्रंप ने जेलेंस्की के प्रति तीखा रुख दिखाते हुए उन पर “लाखों लोगों का जीवन खतरे में डालने” का आरोप लगाया और कहा कि उनकी कार्रवाई से तीसरा विश्व युद्ध छिड़ सकता था। हम आपको यह भी बता दें कि इस तीखी बहस को पूरी दुनिया में लोगों ने देखा।

इस बहस से माहौल इतना गर्म हो गया था कि ट्रंप ने अपने दो शीर्ष सहयोगियों को ज़ेलेंस्की को यह बताने का निर्देश दिया कि अब उनके जाने का समय हो गया है। ऐसा तब हुआ जब वेटर वहां आये प्रतिनिधिमंडलों को दोपहर का भोजन परोसने की तैयारी कर रहे थे। एक अधिकारी ने बताया कि वार्ता जारी रखने की जेलेंस्की की इच्छा के बावजूद यूक्रेनियन प्रतिनिधिमंडल को वहां से चले जाने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही यूक्रेन और अमेरिका खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने में भी विफल रहे। व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया है कि ट्रम्प को फिलहाल खनिज सौदे पर दोबारा विचार करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। इस जुबानी जंग के बाद जेलेंस्की ‘व्हाइट हाउस’ से चले गए। हालांकि इस बहस ने अमेरिका और यूरोप के बीच उभरी गहरी दरार को उजागर कर दिया है। हम आपको यह भी बता दें कि ट्रंप ने वार्ता के दौरान जेलेंस्की को स्टूपिड भी कह दिया था। इससे पहले भी ट्रंप जेलेंस्की को तानाशाह बता चुके हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति का ट्वीट

उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ कहासुनी के बाद व्हाइट हाउस से रवाना होने के बाद यूक्रेन के समर्थन के लिए ट्रंप और अमेरिका का आभार व्यक्त किया। व्हाइट हाउस से प्रस्थान के कुछ ही मिनट बाद, जेलेंस्की ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “धन्यवाद अमेरिका, आपके समर्थन के लिए धन्यवाद, इस यात्रा के लिए धन्यवाद। अमेरिकी राष्ट्रपति, कांग्रेस और अमेरिकी लोगों का धन्यवाद। यूक्रेन को न्यायपूर्ण और स्थायी शांति की आवश्यकता है, और हम बस उसी के लिए काम कर रहे हैं।श्श्

अमेरिका और यूरोप के बीच गहरी दरार

दूसरी ओर, ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ‘ओवल ऑफिस’ में हुई तीखी बहस के बाद यूक्रेन के यूरोपीय साझेदारों और दुनिया के अलग-अलग देशों के नेताओं ने जहां जेलेंस्की का समर्थन किया तो वहीं दूसरी ओर ‘व्हाइट हाउस’ ट्रंप के साथ खड़ा दिखाई दिया। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वोन डेर लेयेन ने ‘एक्स’ पर लिखा, “आपने जो गरिमा दिखाई, उसने यूक्रेन के लोगों की बहादुरी को दर्शाया है। मजबूत, बहादुर और निडर बने रहें, प्रिय वोलोदिमीर जेलेंस्की। हम न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए आपके साथ काम करते रहेंगे।” फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एक हमलावर हैरू रूस। एक पीड़ित हैरू यूक्रेन। हमारा तीन साल पहले यूक्रेन की मदद करना और रूस पर प्रतिबंध लगाना सही था- और ऐसा करते रहना सही भी है।” मैक्रों ने कहा, “हमारे से मेरा तात्पर्य अमेरिकी, यूरोपीय, कनाडाई, जापानी और कई अन्य से है।” उन्होंने कहा, “उन सभी का आभार जिन्होंने मदद की और कर रहे हैं। उन लोगों के प्रति सम्मान व्यक्त करता हूं जो शुरू से ही लड़ रहे हैं - क्योंकि वे अपनी गरिमा, अपनी स्वतंत्रता, अपने बच्चों और यूरोप की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं।”

वहीं ट्रंप की करीबी सहयोगी मानी जाने वाली इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि वे कूटनीति को पुनः पटरी पर लाने के लिए यूरोपीय संघ और अमेरिका के बीच शिखर सम्मेलन का आह्वान करेंगी। उन्होंने एक बयान में कहा, “अमेरिका, यूरोपीय देशों और सहयोगियों के बीच तत्काल एक शिखर सम्मेलन आयोजित किए जाने की आवश्यकता है, जिसमें इस बारे में खुलकर बात की जाए कि हम आज की बड़ी चुनौतियों से कैसे निपटना चाहते हैं। इसकी शुरुआत यूक्रेन से हो, जिसका हमने हाल के वर्षों में मिलकर बचाव किया है।” जर्मनी के अगले संभावित चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने ‘एक्स’ पर लिखा, “प्रिय वोलोदिमीर जेलेंस्की, हम अच्छे और मुश्किल समय में यूक्रेन के साथ खड़े हैं। हमें इस भयानक युद्ध में कभी हमलावर और पीड़ित को लेकर भ्रमित नहीं होना चाहिए।” एस्टोनिया के प्रधानमंत्री क्रिस्टन मिशल ने कहा कि उनका देश स्वतंत्रता की लड़ाई में जेलेंस्की और यूक्रेन के साथ एकजुट है। इसके अलावा कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, फिनलैंड के प्रधानमंत्री पेटरी ओर्पाे, लात्विया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स, लग्जमबर्ग के प्रधानमंत्री लुक फ्रीडेन, पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क, नीदरलैंड के प्रधानमंत्री कैस्पर वेल्डकैंप ने यूक्रेन और जेलेंस्की के प्रति समर्थन जताया है।

अमेरिका में भी एकराय नहीं

दूसरी ओर, ‘व्हाइट हाउस’ ने एक बयान जारी कर कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वेंस की श्अमेरिका फर्स्ट स्ट्रेंथश् को समर्थन मिल रहा है। ट्रंप और वेंस ने दुनिया को स्पष्ट कर दिया है कि अमेरिका का फायदा नहीं उठाने दिया जाएगा। कैबिनेट और पूरे देश के सांसद यह भावना जाहिर कर चुके हैं।” बयान में विदेश मंत्री मार्काे रुबियो और गृह सुरक्षा मंत्री क्रिस्टी नोएम समेत कई सांसदों के उद्धरण शामिल हैं। बयान में रुबियो ने कहा, “अमेरिका के लिए इस तरह खड़े होने के लिए राष्ट्रपति का आभार। पहले कभी किसी राष्ट्रपति ने ऐसा करने का साहस नहीं किया। अमेरिका को सबसे पहले रखने के लिए आपका धन्यवाद। अमेरिका आपके साथ है!” नोएम ने कहा, “मुझे हमारे कमांडर-इन-चीफ (ट्रंप) पर बहुत गर्व है। अमेरिका के लिए खड़े होने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वेंस को धन्यवाद। हम अमेरिका का अनादर बर्दाश्त नहीं करेंगे।” हालांकि अमेरिकी संसद के सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने राष्ट्रपति ट्रंप और उपराष्ट्रपति वेंस की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने आज राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ अपमानजनक व्यवहार किया। कृष्णमूर्ति ने कहा कि अमेरिकी लोग यूक्रेन के लोगों के साथ खड़े हैं, भले ही ट्रंप व्लादिमीर पुतिन और रूस के साथ खड़े हों।

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