बारा, प्रयागराज (मंगला प्रसाद तिवारी)। पीपीजीसीएल बारा पावर प्लांट में स्थानीय किसानों और मजदूरों के साथ हो रहे कथित शोषण के खिलाफ भारतीय किसान यूनियन (भानु) किसान क्रांति दल ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। यूनियन के जिलाध्यक्ष दीपक तिवारी के नेतृत्व में शुक्रवार को उपजिलाधिकारी बारा संदीप तिवारी को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा गया साथ ही कंपनी के अधिकारियों से वार्ता करके किसानों की समस्या को बताया गया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पीपीजीसीएल द्वारा चारों ओर फ्लाई ऐश और हानिकारक अपशिष्ट जल छोड़ा जा रहा है, जिससे न केवल किसानों की फसलें बर्बाद हो रही हैं, बल्कि क्षेत्रीय लोगों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। ग्रामीणों को कंपनी की ओर से कोई मुआवजा या राहत नहीं दी गई है।इसके साथ ही, रेल सेक्शन में काम कर रहे स्थानीय मजदूरों के साथ अमानवीय व्यवहार और बंधुआ मजदूरी जैसे हालात की भी शिकायत की गई। आरोप है कि एमएस, क्लासिक और सिग्नल जैसी कंपनियों के अधीन काम कर रहे मजदूरों को रेल इंचार्ज ज्ञान प्रकाश कुशवाहा और ठेकेदार मनोज सिंह द्वारा धमकाया जाता है कि यदि वे आवाज उठाएंगे तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाएगा या फर्जी मुकदमे में फंसा दिया जाएगा। दीपक तिवारी ने ज्ञापन में यह भी कहा कि स्थानीय मजदूरों की उपेक्षा कर बाहरी लोगों की भर्ती की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही मजदूरों के हित में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो क्षेत्र में बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा। इस अवसर पर भाकियू (भानु) के मंडल महासचिव अंकुश शुक्ला सहित कई अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।