उत्तर मध्य रेलवे में अब यात्रा के दौरान स्वाद का सफर भी होगा। रेलवे क्षेत्रीय फूड प्लान के तहत हर स्टेशन और ट्रेन में उस इलाके का लोकल खाना और व्यंजन उपलब्ध कराएगा। प्रयागराज में दही-जलेबी कानपुर में ठग्गू के लड्डू मथुरा का पेड़ा अलीगढ़ की चमचम मिठाई और बरुले मुरादाबाद की मूंग दाल की चाट सहित कई व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे...
प्रयागराज (राजेश सिंह)। ट्रेन में स्वाद का सफर होने वाला है। रेलवे खाने को भी संस्कृति से जोड़ने जा रहा है। रेलवे खाने को खास बनाने के लिए क्षेत्रीय फूड प्लान शुरू कर रहा है। हर स्टेशन और ट्रेन में उस इलाके का लोकल खाना व व्यंजन पहुंचाया जाएगा। जो यात्रियों को नया और खास स्वाद देगा।
प्रयागराज में दही-जलेबी, कानपुर में ठग्गू के लड्डू, मथुरा का पेड़ा, अलीगढ़ की चमचम मिठाई और बरुले, मुरादाबाद की मूंग दाल की चाट मिल जाएगी। ऐसे ही मीरजापुर में खोए की जलेबी, झांसी का कढ़ी-समोसा, हाथरस की रबड़ी, इटावा में खीर मोहन और बाटी-चोखा, मलवां का मोहन पेड़ा भी यात्री चख सकेंगे। जबकि फिरोजाबाद में बेधाई और पेटीज, शिकोहाबाद में रामवीर की चाट-टिक्की, सोनभद्र में बाटी-चोखा भी रेलवे स्टेशन पर मिलेगा।
इसी तरह अन्य स्टेशनों और व्यंजन की सूची तैयार कराई जा रही है। इसमें उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज, झांसी व आगरा मंडल अपने-अपने प्रमुख 15 स्टेशनों पर प्राथमिक चरण में स्थानीय व्यंजन उपलब्ध कराएंगे। इनके स्वाद, गुणवत्ता और दाम में कोई फर्क नहीं होगा। बाजार में मिलने वाले उत्पाद की कीमत पर ही यात्री इसे खरीद सकेंगे। इसके लिए अलग से स्टाल की व्यवस्था होगी।
एक स्टेशन एक उत्पाद की तर्ज पर इनके लिए स्टाल का टेंडर भी जारी होगा। आनलाइन बुकिंग की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस योजना को आइआरसीटीसी अपनी सुविधा से जोड़ने की पहल पूर्व में ही कर चुका है और कई बाहरी स्टेशन व ट्रेन में सुविधा उपलब्ध भी कराई जा रही है।
रेल मंत्रालय ने इसके लिए आइआरसीटीसी को अपने मेन्यू को बदलने के लिए पूर्व में छूट दी थी।बीते दिनों लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न का जवाब में कहा था कि अधिक से अधिक रेलगाड़ियों में स्थानीय व्यंजन परोसे जाएंगे। यह कार्यक्रम पूरे देश के लिए होगा। जो भी ट्रेन किसी एक विशेष क्षेत्र से गुजरेगी, रेलवे अब यात्रियों को उस क्षेत्र के व्यंजन का स्वादिष्ट अनुभव उपलब्ध कराने का प्रयास कर रहा है। सीपीआरओ शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि बोर्ड के निर्देश के क्रम में स्थानीय व्यंजनों की सूची तैयार कराई जा रही है। इसका प्रस्ताव तैयार कर आगे भेजा जाएगा। यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देना हमारा लक्ष्य है और यह सुविधा भी उसी का हिस्सा है।