प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ-2025 कराने वाले आईएएस अफसर विजय किरण आनंद को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। राज्य सरकार ने बुधवार को उन्हें औद्योगिक विकास विभाग का सचिव और इन्वेस्ट यूपी का ब्म्व् बनाया है।
विजय के पास कुंभ मेला अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। सीएम योगी ने इन्वेस्ट यूपी के सीईओ रहे आईएएस अभिषेक प्रकाश को 20 मार्च को सस्पेंड कर दिया था। अभिषेक प्रकाश पर कमीशनखोरी का आरोप लगा था। विजय किरण आनंद सीएम योगी के करीबी अफसरों में से एक हैं। उनकी छवि पॉजिटिव सोच के साथ फास्ट डिलीवरी देने वाले अफसरों में हैं।
आईएएस अभिषेक प्रकाश के सस्पेंड होने के बाद से सियासी हल्कों में विजय किरण आनंद का नाम चर्चा में था। कयास लगाए जा रहे थे कि आईएएस विजय को अहम पोस्टिंग मिल सकती है। मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने इन्वेस्ट यूपी की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में विजय किरण आनंद भी नजर आए। उसके बाद तय हो गया था कि उन्हें इन्वेस्ट यूपी का सीईओ नियुक्त किया जाएगा।
विजय किरण पर अब करीब 30 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव को धरातल पर उतारने के लिए ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी कराने की बड़ी जिम्मेदारी रहेगी। 110 लाख करोड़ के निवेश लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट कराने की भी चुनौती रहेगी।
विजय किरण आनंद को प्रयागराज कुंभ 2019 के बाद महाकुंभ 2025 की सफलता का श्रेय मिला है। महाकुंभ के दो साल पहले उनकी तैनाती मेला अधिकारी के रूप में की गई थी। विजय किरण ने 45 दिन के मेले की व्यवस्थाओं को बखूबी इंतजाम दिया। 28/29 जनवरी की रात भगदड़ को छोड़कर महाकुंभ सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए।
विजय किरण के लिए बनाया गया था महानिदेशक पद
बेसिक स्कूल शिक्षा महानिदेशक का पद सबसे पहले विजय किरण आनंद के लिए ही बनाया गया था। 4 सितंबर, 2019 को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य अध्यापक पुरस्कार समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से विजय किरण की कार्यशैली की तारीफ की थी। उसके बाद उन्हें स्कूल शिक्षा महानिदेशक नियुक्त किया गया।
सीएम योगी ने विधानसभा चुनाव 2022 से पहले विजय किरण आनंद को अपने गृह जिले गोरखपुर में जिलाधिकारी नियुक्त किया था। इतना ही नहीं 69,000 सहायक अध्यापक भर्ती में आरक्षण को लेकर हुए विवाद में भी सरकार विजय किरण के साथ खड़ी दिखी।