कौशाम्बी (राजेश सिंह)। एंटी करप्शन की टीम ने बुधवार को सिराथू तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक मेवालाल को 25 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इन पर कौशाम्बी के सैनी थाना क्षेत्र के गांव धुमाई मुराईन का पुरवा में जमीन की पैमाइश कराने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है। मंझनपुर के गांव चकमजरा थाम्भा निवासी मेवालाल को टीम बुधवार को वाराणसी के एंटी करप्शन कोर्ट में पेश करेगी।
कौशाम्बी के सैनी थाना क्षेत्र के गांव धुमाई मुराईन का पुरवा निवासी बीरेंद्र कुमार ने एंटी करप्शन टीम को बताया कि धुमाई की गाटा संख्या-281, 379, 274, 377, 293 की पैमाइश कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। इस पर उपजिलाधिकारी सिराथू ने जमीन की पैमाइश कराने का आदेश दिया। आरोप है कि सिराथू तहसील में तैनात राजस्व निरीक्षक मेवालाल ने पैमाइश के लिए 25 हजार रुपये की मांगी की। शिकायत पर निरीक्षक अंजली यादव के नेतृत्व में निरीक्षक रविंद्र सिंह, अलाऊद्दीन अंसारी, वर्षा श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल अनिरुद्ध कुमार बलवंत, सुभाष चंद्र द्विवेदी, दीपक शुक्ला, विकास पांडेय समेत अन्य पुलिसकर्मियों की टीम बनाकर बुधवार को ट्रैप लगाया गया। दोपहर करीब 1:50 बजे टीम सादी वर्दी में शिकायतकर्ता के संग सिराथू रामलीला मैदान वार्ड नंबर आठ स्थित मेवालाल के घर पहुंची। जैसे ही बीरेंद्र ने मेवालाल को रिश्वत के 25 हजार रुपये थमाए तो एंटी करप्शन की टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच
आरोपी मेवालाल की गिरफ्तारी के बाद एंटी करप्शन की टीम उसे लेकर मंझनपुर थाने पहुंची और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कराया। वहीं, टीम अब तहसील में तैनात अन्य कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच कर रही है। बता दें कि पिछले छह दिनों के भीतर कौशाम्बी से रिश्वत को लेकर यह दूसरी गिरफ्तारी हुई है। इससे पूर्व शुक्रवार को विजिलेंस की टीम ने कौशाम्बी के चायल स्थित बाल विकास पुष्टाहार कार्यालय में तैनात आंगनबाड़ी सुपरवाइजर पुष्पा सिंह को आठ हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।