मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। थाने के बाहर दलालों का जमाव और उनका प्रभाव एक गंभीर समस्या है। यह समस्या न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली को प्रभावित करती है, बल्कि आम लोगों के लिए भी परेशानी का कारण बनती है। दलाल अक्सर पुलिस को प्रभावित करने और अपने फायदे के लिए मामलों को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। दलालों के जमावड़े से फरियादियों को परेशानी होती है और दलालों की चांदी रहती है।
सूत्र बताते हैं कि थाने में इन दिनों दलालों की चांदी है और फरियादी बेहाल हैं। फरियादियों को अपनी बात कहने के लिए दलालों के पास से होकर गुजरना पड़ता है। शासन के फरमान के बाद भी पुलिस और फरियादियों के बीच का रिश्ता नहीं सुधर रहा है। इसके कारण फरियादी पुलिस के पास जाने से कतराते हैं और इसका पूरा फायदा थाने में सक्रिय दलाल उठाते हैं। सूत्रों ने बताया कि यह फरियादियों का काम कराने के एवज में रकम वसूलते हैं और उसमें साहब भी खुश और दलाल भी मालामाल हो रहे हैं। थाने में कुछ दलाल अपनी गहरी पैठ बना बैठे हैं। थाना प्रभारी कोई भी रहे, उनके संबंध हमेशा से ही मधुर रहते हैं। क्यों कि दलाल साहब को रकम दिलाते हैं, जिसका प्रतिफल उन्हें भी मिल ही जाता है। दलाल द्वारा पुलिस ले इसके एवज में रकम वसूल करते हैं। यही कारण है कि पुलिस और पब्लिक का रिश्ता हमेशा से ही भय वाला बना रहता है।