प्रयागराज (राजेश सिंह)। कैंट थाना क्षेत्र के सर्कुलर रोड पर परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया है। परिजन युवक की हत्या करके शव को यमुना में फेंकने का आरोप लगा रहे हैं। सड़क जाम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई है और परिजनों को समझाने बुझाने में जुटी है। मौके पर भारी फोर्स बुला ली गई है। कैंट इलाके से तीन दिन से लापता 30 वर्षीय युवक की संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी। उसका शव शुक्रवार सुबह नए पुल के नीचे यमुना में उतराता मिला था। बहन ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। शनिवार को परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया है। हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं।
मृतक राजकुमार कैंट में नेवादा, राजापुर का रहने वाला था। छोटी बहन आराधना ने बताया कि राजकुमार तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर था। उसने शहर के ही एक पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट से डेंटल हाइजीन में डिप्लोमा कोर्स किया था। 30 अप्रैल कि शाम 7:00 बजे के करीब वह अचानक घर से निकला। उसके मोबाइल पर किसी की कॉल आई थी। इसके बाद वह बिना बताए बाहर निकल गया। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चला। देर रात तक वापस नहीं लौटने पर घरवालों ने कैंट थाने में पहुंचकर सूचना दी।
आरोप है कि इसके बाद भी पुलिस ने कुछ नहीं किया। शुक्रवार सुबह घर में कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को कीडगंज थाने का पुलिसकर्मी बताया और कीडगंज थाने पहुंचने को कहा। वहां जाने पर पता चला कि भाई की लाश यमुना में मिली है। कैंट थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि परिजनों ने 30 तारीख की देर रात उसके लापता होने की जानकारी दी थी। इस पर तत्काल गुमशुदगी दर्ज कर तलाश शुरू कर दी गई थी। मौत का कारण पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट होगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
परिजनों का आरोप, पूर्व की रंजिश में की गई हत्या
आराधना ने आरोप लगाया कि उसके भाई की रंजिश में हत्या की गई है। पिछले साल अप्रैल में उस पर जानलेवा हमला किया गया था। लोहे की राॅड व तमंचे की बट से ताबड़तोड़ हमला कर उसे मरणासन्न कर दिया गया था। कान व सिर पर गंभीर चोट लगने के कारण वह कोमा में चला गया था। कई दिनों तक चले इलाज के बाद वह ठीक हो सका था। बहन ने आरोप लगाया कि मामले में भी कैंट पुलिस ने सिर्फ एक आरोपी को गिरफ्तार किया। जबकि, कुल छह लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी। कैंट थाना प्रभारी सुनील कुमार का कहना है कि मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। साथ ही मुकदमे में चार्जशीट भी लगाई जा चुकी है।