प्रयागराज (राजेश सिंह)। विद्युत विभाग के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों ने सोमवार को उच्चाधिकारियों की सद्बुद्धि के लिए बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया। सरकार और विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस कार्यक्रम में कर्मचारियों के परिवार की महिलाएं और बच्चों ने भी हिस्सा लिया। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति प्रयागराज और राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि कर्मचारियों का दमन किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे।
कहा है कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के नाम पर विगत छह माह से हो रहे अनियमितताओं और घोटालों का खुलासा होने के बाद ऊर्जा मंत्री को चुप्पी तोड़नी चाहिए और निजी कंपनी के साथ मिली भगत कर घोटाला करने वाले निदेशक वित्त निधि नारंग पर तत्काल कार्यवाही करनी चाहिए। संघर्ष समिति ने कहा कि कि सारा घोटाला पावर कारपोरेशन के चेयरमैन की नाक नीचे हो रहा है और घोटाला करने वाले निदेशक वित्त निधि नारंग पर कार्यवाही करने के बजाय पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन अभियंताओं और कर्मचारियों का दमन करने में लगे जिससे बिजली कर्मियों में भारी गुस्सा व्याप्त है।