भाग निकले 500 से ज्यादा लोग, मची खलबली
प्रयागराज (राजेश सिंह)। बांग्लादेशी नागरिकों के छिपने की आशंका पर रविवार देर रात चलाए गए सर्च ऑपरेशन में पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहने वाले तमाम लोग झारखंड के मूल निवासी हैं, लेकिन उन्होंने प्रयागराज के पते पर भी वोटर आईडी कार्ड और आधार कार्ड बनवा लिया है। पुलिस की छापेमारी के बाद गिरफ्तारी के डर से करीब 500 से ज्यादा लोग परिवार के साथ झुग्गी-झोपड़ी छोड़कर भाग निकले हैं। जो लोग बचे हैं, उनमें भी अफरातफरी मची है।
करेली क्षेत्र के जीटीबी नगर और अबूबकर मस्जिद के आसपास कई खाली प्लाट हैं। यहां पर बड़ी संख्या में लोग झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहते हैं। कोई कबाड़ बीनने तो कोई खिलौना समेत अन्य सामान बेचने का काम करते हैं। यहां पुरुषों के साथ ही बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी रहते हैं। रविवार को पुलिस को इनपुट मिला कि झुग्गी-झोपड़ी के बीच ही कुछ बांग्लादेश के नागरिक भी चोरी-छिपे रह रहे हैं। तब प्रभारी निरीक्षक करेली राजेश मौर्या ने आधी रात उस बस्ती में झापेमारी की। बड़ी संख्या में पुलिस के पहुंचने से वहां खलबली मच गई। पुलिस ने एक-एक करके वहां रहने वालों के पहचान पत्र और दूसरे अभिलेखों की छानबीन शुरू की।
पूछताछ के दौरान कई लोगों की बोली-भाषा और पहनावे पर संदेह हुआ तो सख्ती की गई। इस पर उन्होंने बताया कि वह मूलरूप से झारखंड के साहेबगंज समेत अन्य स्थान के मूल निवासी हैं। मगर कुछ लोगों की मदद से उनके संबंधित प्लाट नंबर के आधार पर वोटर आइडी और आधार कार्ड बना है। आईडी कार्ड देख पुलिस भी चौंक गई। तब पुलिस ने पूरी बस्ती में सर्च आपरेशन शुरू किया तो लोग झुग्गी-झोपड़ी छोड़कर भागने लगे। सोमवार सुबह तक पता चला कि करीब 500 से ज्यादा शख्स परिवार के साथ पलायन करके मूलनिवास की ओर लौट गए हैं।
एडीसीपी सिटी अभिजीत कुमार के अनुसार झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों का सत्यापन करवाया जा रहा है। रविवार को करेली में सर्च आपरेशन चलाया गया था। पूछताछ में कई जानकारी सामने आई है, जिसकी वास्तविकता का पता लगाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।