प्रयागराज के माघ मेले में दिखेगी महाकुंभ की छाप, 3 जनवरी को पहला स्नान पर्व
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में संगम की रेती पर 3 जनवरी से शुरू होने वाले माघ मेले के लिए तैयारियां तेज हो गई हैं। वर्ष 2024 के माघ मेले की अपेक्षा इस बार के माघ मेले का दायरा ज्यादा बड़ा होने वाला है। 32 हेक्टेयर ज्यादा जमीन पर यह मेला बसने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसकी घोषणा की है। 2024 का माघ मेला करीब 768 हेक्टेयर में बसा था लेकिन इस बार यह बढ़ाकर 800 कर दिया गया है।
यही कारण है कि इस बार मेले को 7 सेक्टर में बांटा जा रहा है। मेले में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है। मुख्यमंत्री ने भी कहा है कि इस बार माघ मेले में 20 लाख से 25 लाख कल्पवासी कल्पवास करने पहुंचेंगे।
माघ मेले में किस तरह की होगी व्यवस्था
7 पांटून पुल बनाया जाएगा।
160 किमी. के दायरे में चकर्ड प्लेट बिछाए जाएंगे।
जल निगम की ओर से 242 किमी. के दायरे में पेयजल के लिए पाइपें बिछायी जाएगी।
85 किलोमीटर में सीवर लाइन भी बिछायी जाएगी।
पावर कार्पोरेशन की ओर से 47 किमी. की एचटी और 360 किमी. की एलटी लाइन बिछायी जानी है।
25 बिजली के सब स्टेशन बनाए जाएंगे।
20-20 बेड के 2 अस्पताल बनाए जाएंगे जिसका नाम गंगा और त्रिवेणी होगा।
12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे।
एक वेक्टर कंट्रोल यूनिट स्थापित किया जाएगा।
5 होमियोपैथिक व 5 आयुर्वेदिक चिकित्सालय बनाए जाएंगे।
मेला क्षेत्र में 50 एंबुलेंस भी होंगे।
तीन हजार सफाईकर्मी, 10 लाख से ज्यादा लाइनर बैग, 20 सेक्शन गाड़ियां लगाई जाएंगी।
2 स्थानों पर पार्किंग बनाई जाएगी।
17 थाने, 42 पुलिस चौकी, 20 फायर टेंडर, 7 अग्निशमन चौकी होगी।
एक जल पुलिस थाना, चार जल पुलिस सब कंट्रोल रूम स्थापित होगा।
400 कैमरे से क्राउड मैनेजमेंट की निगरानी होगी। एआई कैमरे लगेंगे।
3000 परिवहन निगम की बसें होंगी।
75 शटल बसें मेला क्षेत्र के लिए होंगी जो सिटी से मेला लाने व मेला से सिटी में ले जाने के लिए लगेंगी।
यह है प्रमुख स्नान पर्व
तीन जनवरी को पौष पूर्णिमा का पहला स्नान।
15 जनवरी को मकर संक्रांति का दूसरा स्नान।
18 जनवरी को मौनी अमावास्या का तीसरा स्नान।
23 जनवरी को बसंत पंचमी का चौथा स्नान।
एक फरवरी को माघी पूर्णिमा का पांचवां स्नान।
15 फरवरी को महाशिवरात्रि का छठवां स्नान