प्रयागराज (राजेश सिंह)। स्मार्ट सिटी योजना के तहत बनाए गए डाग पार्क का संचालन लखनऊ और वाराणसी की फर्म करेगी। निगम की ओर से डाग पार्क के संचालन को लेकर टेंडर तीन बार निकाला गया लेकिन क्षेत्रीय फर्म ने उसमें हिस्सा नहीं लिया है। अब लखनऊ और वाराणसी की फर्म पार्क संचालन की जिम्मेदारी उठाएंगी। नगर आयुक्त ने बताया कि एबीसी सेंटर में आवारा कुत्तों की नसबंदी करने की प्रक्रिया में भी तेजी आएगी।
प्रदेश का पहला डाक पार्क प्रयागराज में
प्रयागराज में प्रदेश का पहला डाग पार्क पन्ना लाल रोड के पास तैयार किया गया है। एक हेक्टेयर में एक करोड़ रुपये की लागत से पार्क का निर्माण किया गया है। नगर निगम की ओर से पार्क को लीज पर दिया जाएगा। डाग पार्क में पालतू कुत्तों का इलाज तो होगा ही इनका पंजीकरण भी किया जाएगा। डाग पार्क में कुत्तों की देखरेख के लिए पांच से सात कर्मचारियों को लगाया जाएगा।
पालतू कुत्तों को रखने की रहेगी सुविधा
डाग पार्क का निर्माण पूरा होने के बाद अब इसे लीज पर देने की तैयार की जा रही है। पांच से 10 वर्ष के लिए निगम की ओर से इसे लीज पर दिया जाएगा। पालतू कुत्तों को पार्क में रखने के लिए आठ से 10 केबिन बनाए जाएंगे। कोई भी व्यक्ति अपने पालतू कुत्तों को यहां पर रख सकते हैं। इसके लिए एक निर्धारित शुल्क देना पड़ेगा।
कुछ दिनों में डाग पार्क का शुरू होगा संचालन
नगर आयुक्त साईं तेजा कहते हैं कि डाग पार्क संचालन आने वाले कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा। लखनऊ और वाराणसी की फर्म से वार्ता चल रही है। 10 से 15 दिनों में इस पर निर्णय हो जाएगा कि कहां की फर्म डाग पार्क को चलाएंगे। डाग पार्क के संचालन से एक ही स्थान पर कुत्तों का पंजीकरण के साथ उपचार भी बेहतर तरीके से हो जाएगी।
