संशोधित आंसर-की, मार्कशीट व कटऑफ न जारी करने पर आक्रोश
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में आज शनिवार की देर शाम आरओ/एआरओ (समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी) के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने कैंडल मार्च निकाला। संशोधित आंसर-की व कटऑफ जारी करने के साथ मार्कशीट दिए जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने कैंडल मार्च के उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के खिलाफ आक्रोश जताया।
कैंडल मार्च की शुरुआत ममफोर्डगंज के फ़ौवारा चौराहा से हुई। अभ्यर्थियों के एक हाथ में जलती हुई मोमबत्ती थी तो दूसरे हाथ में अपनी मांगों का ज्ञापन। सभी कैंडल के साथ त्रिपाठी चौराहा तक गए। इस दौरान छात्रों ने आयोग के ख़िलाफ़ जमकर नारेबाज़ी की। अब कल रविवार से आयोग के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।
दरअसल,पिछले साल आरओ/एआरओ पेपर लीक विवाद के बाद आयोग ख़ासा चर्चाओं में रहा। क्योंकि आरओ/एआरआ प्रीलिम्स परीक्षा और नॉर्मलाइजेशन को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसको लेकर प्रयागराज में छात्रों ने बड़ा प्रदर्शन किया था जिसमें उन्हें जीत भी मिली थी। उसके बाद से छात्रों द्वारा लगातार आयोग के ऊपर ऐसे कई गंभीर आरोप लगाए गए जिसमें पारदर्शिता का नहीं होना सबसे बड़ा मुद्दा बना रहा। अभ्यर्थी अभी भी लगातार विरोध कर रहे हैं।
संयुक्त प्रतियोगी छात्र हुंकार मंचश् के पंकज पाण्डेय ने कहा कि आयोग में भ्रष्टाचार पूरी तरह से व्याप्त है। आयोग न तो प्रारंभिक परीक्षा की संशोधित उत्तर कुंजी जारी करता है और न ही अंक-पत्र जारी करता है। साथ ही उन्होंने खाली पड़े पदों का सीटवार ब्यौरा नहीं दिए जाने को लेकर भी आयोग पर टिप्पणी की।
वहीं प्रतियोगी छात्र नेता आशुतोष पांडेय ने कहा “आयोग के अध्यक्ष छात्र हितों के मामले में पूर्णतया संवेदनहीन हो चुके हैं। वो आज तक एक बार भी अभ्यर्थियों से नहीं मिले है, वो न तो कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस करते है और न ही आयोग के अंदर या बाहर छात्रों से मिलते है।”
उन्होंने कहा इस तरह से व्याप्त अनियमितता छात्रों को आंदोलन करने पर मजबूर कर रही है। संयुक प्रतियोगी छात्र हुंकार मंचश् से जुड़े प्रतियोगी छात्र आशीष सिंह ने बताया कि हम सभी छात्र आज शांतिपूर्ण मार्च निकालकर आयोग को यह बताना चाहते है कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हम सड़क पर अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे। कैंडल मार्च में आशुतोष पांडेय, आशीष सिंह, प्रशांत, मुकेश वर्मा, समेत सैकड़ों अभ्यर्थी मौजूद रहे।
