प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनानगर के बारा थाना क्षेत्र के अंतर्गत लोहगरा बाजार में शुक्रवार को महिला की मौत के मामले में पति द्वारा बताई गई कहानी कि पत्नी ने खुद गर्दन में चाकू घोंपकर आत्महत्या की है, झूठी निकली। पुलिस जांच में पता चला कि पति ने ही महिला की हत्या की थी। वारदात के बाद पुलिस को गुमराह करने के लिए उसने पत्नी के खून से फर्श पर लिखा कि मैं पागल थी, मेरा पति निर्दोष है। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने आरोपी रोहित द्विवेदी को जेल भेज दिया है।
लालापुर थाना क्षेत्र के कचरा निवासी रोहित द्विवेदी अपनी पत्नी सुषमा के साथ लोहगरा बाजार में संतोष गुप्ता के मकान में किराये पर रहता था। शुक्रवार दोपहर सुषमा का अपने कमरे में खून से लथपथ शव मिला। उसकी गर्दन में चाकू घुसा हुआ था। पति रोहित द्विवेदी ने आत्महत्या की बात कही थी लेकिन मृतका के भाई रवि शुक्ला ने शिकायती पत्र देकर सुषमा के पति, सास-ससुर और जेठ-जेठानी पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और उसकी हत्या करने का आरोप लगाया था।
शिकायत पर बारा पुलिस ने पति, सास-ससुर, जेठ-जेठानी के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर पति रोहित को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि शादी के पांच वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई संतान नहीं थी। उसके और सुषमा के बीच अक्सर बच्चे को लेकर विवाद होता था। शुक्रवार सुबह किसी बात को लेकर सुषमा से विवाद हो गया। इसी बीच हाथापाई शुरू हो गई जिस दौरान उसने चाकू से पत्नी की गर्दन पर वार कर दिया। इससे उसकी मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद वह फरार हो गया और झूठी कहानी बनाकर पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया।
घटना के बाद फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य एकत्र किए, फर्श पर खून से लिखावट की फोटो व वीडियोग्राफी भी की गई। शुरुआती जांच में पता चला कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या है। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पति को गिरफ्तार कर उसकी लिखावट की जांच की। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी हत्या की ओर इशारा कर रही थी। सुषमा की गर्दन पर एक वार हुआ था। पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने घटना का खुलासा कर दिया। मामले में अन्य आरोपियों से भी पूछताछ की जा रही है।
शनिवार को सुषमा के पोस्टमार्टम के बाद ससुराल वाले मौके पर नहीं पहुंचे। इस पर पुलिस ने शव को मायके पक्ष को सौंप दिया। मायके वालों ने दारागंज घाट पर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। मामले में एसीपी बारा कुंजलता ने बताया कि मृतका के भाई की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दर्ज मुकदमे में धाराओं की बढ़ोतरी या परिवर्तन हो सकता है।
पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपी ने पत्नी की आत्महत्या की झूठी कहानी रची थी। उसने ही अपनी पत्नी के खून से फर्श पर खुद के निर्दोष होने की बात लिखी थी। आरोपी को जेल भेज दिया गया है। - विवेक चंद्र यादव, डीसीपी, यमुनानगर
