स्थानीय उत्पादों और महिला समूहों ने लगाए स्टॉल, कैंप में विधायक ने कराई जांच
मिर्जापुर (राजेश सिंह)। तीन दिवसीय सरस मेले का शुभारंभ हुआ। विकास भवन परिसर में आयोजित इस मेले का उद्घाटन नगर विधायक रत्नाकर मिश्र, मझवां विधायक शुचिस्मिता मौर्या और मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने किया। इसका उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना और महिला स्वयं सहायता समूहों को बाजार उपलब्ध कराना है।
अतिथियों ने माँ विंध्यवासिनी देवी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने लगाए गए स्टालों और प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया।विधायकों और मुख्य विकास अधिकारी ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा लगाए गए विभिन्न स्टालों का भ्रमण किया। उन्होंने महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की जानकारी ली। इस दौरान नगर विधायक और मझवां विधायक ने स्वास्थ्य विभाग के स्टाल पर पहुंचकर अपना बीपी और शुगर की जांच भी कराई और लोगों से भी स्वास्थ्य परीक्षण कराने की अपील की।
नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने इस अवसर पर कहा कि ष्लोकल फॉर वोकलष् प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच है। उन्होंने याद दिलाया कि मिर्जापुर कभी पीतल उद्योग का विश्वस्तरीय केंद्र था और यहां के उत्पाद दुनिया भर में प्रसिद्ध थे। उन्होंने जोर दिया कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करके ही 2047 तक विकसित भारत का सपना साकार किया जा सकता है।
मझवां विधायक शुचिस्मिता मौर्या ने मेले के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसका लक्ष्य हमारी मातृशक्ति को आत्मनिर्भर बनाना है। यह मंच महिलाओं के उत्पादों को सीधे बाजार से जोड़ने का अवसर प्रदान करता है, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त होकर देश की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में योगदान दे सकें।
सीडीओ बोले- पहले नहीं मिलता था बाजार
मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने बताया कि पहले महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को उचित बाजार नहीं मिल पाता था। इसी समस्या के समाधान के लिए शासन के निर्देशानुसार सरस मेलों का आयोजन वर्ष में दो से तीन बार किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि मेले में बैंकिंग और मेडिकल कैंप भी लगाए गए हैं।
सीडीओ ने लोगों से अपील की कि वे मेले में आकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित वस्तुओं जैसे टोकरी, पेंसिल, चप्पल, अचार, मुरब्बा आदि की खरीदारी करें और ष्स्वदेशी अपनाएं, आत्मनिर्भर बनाएंष् की भावना को आगे बढ़ाएं।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक डीआरडी धर्मजीत सिंह, जिला विकास अधिकारी, क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी श्रीकांत रजक, जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा और खंड विकास अधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

