प्रयागराज (राजेश सिंह)। मोतीलाल नेहरू राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (डछछप्ज्) में आयोजित तकनीकी प्रतियोगिताओं के दौरान छात्रों की नवोन्मेषी सोच और तकनीकी दक्षता देखने को मिली। छात्र-छात्राओं ने एक से बढ़कर एक प्रोटोटाइप प्रस्तुत किए, लेकिन रोबो गेस्चर रैली इवेंट में बीटेक अंतिम वर्ष के छात्रों द्वारा बनाया गया इशारों पर काम करने वाला रोबो व्हीकल सभी के आकर्षण का केंद्र बन गया।
मोबाइल फोन के गेस्चर यानी इशारों से नियंत्रित होगा
यह अनोखा रोबोट व्हीकल मोबाइल फोन के गेस्चर यानी इशारों से नियंत्रित किया जा सकता है। जैसे ही उपयोगकर्ता फोन को आगे-पीछे या दाएं-बाएं घुमाता है, रोबोट अपनी दिशा और गति बदल लेता है। छात्रों ने इसमें मोबाइल के कंपास और सेंसर तकनीक को सफलतापूर्वक जोड़ा है, जिससे यह बेहद सटीक तरीके से काम करता है।
रोबोट में लगे कैमरे आसपास की बाधाओं को पहचानकर स्वतः रास्ता बदलने में सक्षम हैं। मैकेनिकल विभाग के छात्र ध्रुव चंडोक ने बताया कि यह रोबोट दूर बैठे व्यक्ति द्वारा भी नियंत्रित किया जा सकता है। इस तकनीक का उपयोग भविष्य में युद्ध के मैदान, आपदा राहत एवं बचाव कार्यों में किया जा सकता है।
इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य तकनीक को मानव-मित्र बनाना
इस परियोजना में ध्रुव चंडोक के साथ आर्यन विश्वकर्ता, अवनीश साहू, अभय अग्रवाल और सुशील कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। छात्रों ने बताया कि इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य तकनीक को मानव-मित्र बनाना है। इसके साथ ही समानांतर सत्रों में कई तकनीकी और प्रबंधकीय प्रतियोगिताएं चल रही हैं। इसमें एक हजार से अधिक छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
