प्रयागराज (राजेश शुक्ला/राजेश सिंह)। आशा एंड कंपनी के मालिक प्रवीण मालवीय ने सोमवार सुबह स्टोर रूम के अंदर फांसी लगाकर जान दे दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की लेकिन कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। माघ मेले से लेकर कुंभ मेले तक में आशा एंड कंपनी का ही साउंड सिस्टम लगता था। इस घटना से उनके परिवार में कोहराम मचा रहा। प्रयागराज के बड़े व्यापारी उनके घर पहुंचे और सांत्वना देने में लगे रहे। सिविल लाइंस निवासी आशा एंड कंपनी के मालिक प्रवीण लगभग 60 साल के थे। परिवार में उनकी पत्नी रूबी, बेटा यशार्थ और बहू मेघा मालवीय एक साथ रहते हैं। बेटी वर्तिका की शादी हो चुकी है और वह शहर के बाहर है। मकान में ही उन्होंने अपना ऑफिस बनाया है। उनके परिजनों ने पुलिस को बताया कि रोज सुबह टहलने जाते थे। सोमवार को 8 बजे के बाद जब वह घर नहीं लौटे तो उनकी तलाश शुरू हुई। कहीं पता नहीं चलने पर पर दूसरी मंजिल पर बने स्टोर रूम पर पहुंचे तो रूम का दरवाजा खुला था। अंदर वह कमरे में फांसी पर लटके थे। यह देख उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों ने उन्हें फांसी के फंदे से नीचे उतारा और आनंद हॉस्पिटल ले गए जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके बाद सिविल लाइंस पुलिस को सूचना दी गई। छानबीन करने के बाद सिविल लाइन इंस्पेक्टर वीरेंद्र यादव ने बताया कि सुसाइड नोट नहीं मिला है। वहीं इस मामले में पूछने पर उनके बेटे यथार्थ में हाथ जोड़ लिया। आत्महत्या का कारण उनके रिश्तेदार भी नहीं बता सके।