प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनानगर करछना क्षेत्र में भारतीय सेना के एक जवान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। शादी समारोह से लौटते समय पांच लोगों ने, जिनमें एक उपनिरीक्षक भी शामिल है, उन पर हमला किया था। गंभीर रूप से घायल जवान ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
मृतक की पहचान विवेक सिंह (लगभग 30 वर्ष) के रूप में हुई है, जो भारतीय सेना में सेवारत थे। वह अपने चचेरी बहन की शादी में शामिल होने प्रयागराज आए थे। घटना 29/30 नवंबर 2025 की रात करीब 2 बजे की है, जब विवेक अपने दोस्त विनय जैन को कोहड़ार घाट छोड़कर करन सिंह के साथ धरवारा स्थित अपने घर लौट रहे थे। धरवारा मोड़ से पहले एक सफेद रंग की स्कॉर्पियो ने उनकी गाड़ी को रोक लिया। गाड़ी से दिनेश कुमार यादव, राजीव कुमार ठाकुर, राजू अग्रहरि, भाई लाल यादव और उत्तर प्रदेश पुलिस के उपनिरीक्षक राजकमल पाण्डेय उतरे। इन सभी ने असलहों और लोहे की रॉड से विवेक को गाड़ी से खींचकर बाहर निकाला और जान से मारने की नीयत से उनके सिर पर वार किया।
प्रयागराज के यमुना नगर ज़ोन के करछना मे गाड़ी क़ो पास देने के विवाद मे सेना के जवान विवेक सिंह क़ी हत्या के मामले मे वारदात मे शामिल 5 लोगो क़ो किया गिरफ्तार, पकड़े गए आरोपी मे एक UP पुलिस का दरोगा जबकि दूसरा सेना मे कार्यरत हैं सभी अभियुक्तों क़ो जेल भेजा गया
सेना के जवान की हत्या के मामले में पिता उमाकांत सिंह की तहरीर पर पुलिस ने चाका नैनी के रहने वाले पांच युवकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इसमें एक आरोपी यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर है। जिन लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है उनमें राजकमल पांडेय पुत्र रामकृष्ण पांडेय, दिनेश यादव पुत्र राम कैलाश यादव, राजीव कुमार ठाकुर पुत्र सुनील कुमार ठाकुर, राजू अग्रहरि पुत्र प्रेमचंद्र अग्रहरि और भाईलाल यादव पुत्र हीरालाल यादव निवासी चाका थाना नैनी शामिल हैं। इसमें कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
राजकमल पुत्र रामकृष्ण यूपी पुलिस में दरोगा है। बताया जा है कि दरोगा ने ही फौजी पर रॉड से वार किया। हमला उस समय किया जब विवाद के बाद दोनों पक्ष आपसी सहमति के बाद अपनी-अपनी गाड़ी में बैठने जा रहे थे। इसी समय दरोगा ने पीछे से फौजी के सिर पर रॉड से हमला कर दिया। जमीन पर गिरने के बाद बेरहमी से सिर पर कई वार किया। फौजी के साथ गाड़ी में मौजूद युवक भागकर गांव में गया और परिजनों को जानकारी दी। जब तक लोग मौके पर पहुंचे स्कॉर्पियो सवार भाग चुके थे।
