वाराणसी (राजेश सिंह). भेलूपुर थाना क्षेत्र के रेवड़ी तालाब चौकी के असफाक नगर कॉलोनी में गुरुवार दिन में 11.30 बजे साड़ी के कारखाने में माड़ी बनाते समय शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। कमरे में साड़ी और फोम के गत्ते में आग पकड़ ली। आग बुझाने के चक्कर में कमरे में मौजूद आरिफ जमाल 45 साल निवासी अंसार नगर रेवड़ी तालाब और इनके छोटे बेटे सेफान 21 साल,एजाज 18 साल दयागंज अररिया, मुत्तसिर 19 साल डमहैली अररिया बिहार के रहने वाले थे, आग की लपट में चारों भीतर जिंदा जलकर राख बन गए। कमरे के भीतर से धुएं को निकलते देख मृतक एजाज के फूफा शाबान जो इसी कारखाने में काम करता था, उसने आग निकलते देख शोर मचाया। इसके बाद लोगों ने बालू पानी फेंककर आग को बुझाया। घण्टों बाद स्थानीय लोगों से सूचना मिलने के बाद जिलाधिकारी, डीसीपी काशी भेलूपुर फोर्स और अग्निशमन कर्मचारियों के साथ पहुंचे। एक घण्टे की कड़ी मशक्कत करके एक घण्टे बाद पुलिस ने चारों शवों को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। आग लगने में चार लोगोंकी मौत होने की जानकारी मिलने बाद बड़ी संख्या में लोगों मौके पर जुटे रहे।
दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के मदनपुरा इलाके के रहने वाले आरिफ रेवड़ी तालाब अंसार नगर में पत्नी शाबरा खातून छोटा बेटा सेफ़ान छोटा बेटा अब्दुला जाहिर के साथ ससुराल के घर मे पिछले कुछ वर्षों से रह रहे थे। आरिफ ने माड़ी कारखना छह महीने पहले असफाक नगर के रहने वाले सेराज जो कि इस समय बैंगलोर में रहते है , इनके मकान के निचले हिस्से को किराये पर लिया था। सुबह 11.30 बजे कारखाने में साड़ी में देने के लिए आरिफ एजाज, मुत्तरीस सेफान चूल्हे पर रखकर चावल मैदा का माड़ी तैयार कर रहे थे। कारखाने में काम करने वाला एजाज का फूफा शाबान नास्ता करने के लिए चला गया। 20 मिनट बाद वापस लौटने पर आग की लपटें निकलती दिखाई पड़ी। स्थानीय लोगों की मानें तो मुख्य दरवाजे का एक पल्ला बन्द था। आग दरवाजे पर लगी। जिसके कारण सभी बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। बस्तियों में रास्ता सकरा होने के कारण वहां तक फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस तक नहीं पहुंच पाई। मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर भेलूपुर रमाकांत दुबे ने बताया कि घटना की सूचना आग बुझाने वालों ने पहले पुलिस को नहीं दी।पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद शार्ट सर्किट होने की जानकारी मकान मालिक के बड़े भाई मोहमद जमील ने बिजली कर्मियों को दी। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे मदनपुरा में रहने वाले आरिफ के बड़े भाई मोहमद जकारिया परिजनों के साथ मौके पर पहुंचे।मृतक की पत्नी खातून हार्ट की मरीज है। तीन बड़ी बेटियों की शादी हो चुकी है। घटना के दौरान बगल अगल के घरों में रहने वाले भी आग की चपेट में आते तो और बड़ा हादसा होता। आग लगने के बाद चारों की चीख पुकार भी भवन के दूसरे तल और बगल में रहने वालों को सुनाई नहीं पड़ी। सकरी गलियों में साड़ी के बड़े बड़े कारखाने बने हैं।जिसमें सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि एक माह पहले गौरीगंज में एक साड़ी के कारखाने में सिलेंडर में रिसाव होने से आगलगी की घटना हुई थी।