मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव). मेजा के भटौती पहाड़ी पर खनन माफिया बेखौफ होकर मानक से ज्यादा अवैध खनन मे लिप्त हैं. मानक से ज्यादा अवैध खनन होने से पहाड़ पर सैकड़ों फीट गहरे सैकड़ों गड्ढे हो गए हैं. अवैध खनन मे भयंकर रूप में मानक की अनदेखी की गई है. लेकिन खननकर्ताओं पर कोई असर होते नहीं दिख रहा है। कभी कभी जांच के नाम पर खानापूर्ति होती रही है, लेकिन कहीं न कहीं से मानक की अनदेखी की बात जरूर हो रही है। प्रदेश की योगी सरकार अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लगाने का दावा जरुर करती है लेकिन यहां विभागीय की कुंभकर्णी नींद की वजह से असलियत कुछ और है । खनन माफिया सरकार की आंखों में धूल झोंक कर राजस्व को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं.
बता दें कि मेजा के भटौती क्रशर प्लांट मे प्रकाशदीप एशोसिएट क्रशर प्लांट, बुंदेलखंड स्टोन क्रशर प्लांट, मां शारदा क्रशर प्लांट, सांई क्रशर प्लांट, शक्तिमान क्रशर प्लांट, सरदार क्रशर प्लांट, पी एन सी क्रशर प्लांट, सर्वेशरी क्रशर प्लांट, दिल्ली प्लांट, मालवीय क्रशर प्लांट, संगम क्रशर प्लांट, मां दुर्गा क्रशर प्लांट, पी पी पाण्डेय क्रशर प्लांट, पाठक क्रशर प्लांट, छात्रशक्ति क्रशर प्लांट, मंदाकिनी क्रशर प्लांट, आर्या क्रशर प्लांट, भाग्य लक्ष्मी क्रशर प्लांट, लक्ष्मी क्रशर प्लांट, जे के क्रशर प्लांट, वैभव लक्ष्मी क्रशर प्लांट सहित पचासों क्रशर प्लांट स्थित हैं. सभी प्लांटों मे मानक से ज्यादा अवैध खनन जारी है. रविवार को सूरज वार्ता न्यूज के संवाददाता ने जाकर निरीक्षण किया तो सैकड़ों फीट गहरे गड्ढे अवैध खनन की दास्ताँ बयां कर रहे हैं. जिससे आए दिन दुर्घटना होती रहती है. खनन विभाग कुंभकर्णी नींद मे मस्त है. जिसमे खनन माफिया बेखौफ होकर मानक से ज्यादा अवैध खनन कर सरकारी आदेशों की धज्जियाँ उड़ाते हुए राजस्व को करोड़ों का चूना लगा रहे हैं. विभाग आंख पर पट्टी बांधे हुए है. जबकि जानकारी के अनुसार खनन माफियाओं को मानक के हिसाब से खनन कर उसके अगल बगल पानी की व्यवस्था व वृक्ष लगाने का नियम है लेकिन सब नियमों को ताक पर रखकर अवैध खनन कर तालाब, कुआं जैसे सैकड़ों फीट गहरे सैकड़ों गड्ढे कर दिए गए हैं. अब देखना यह है कि सरकार, खनन विभाग की नजर भटौती पहाड़ी पर पड़ती है कि नही.