प्रयागराज (राजेश सिंह). प्रयागराज मे हादसे को गैर इरादतन हत्या का मामला बनाने का मामला प्रकाश में आया है. जिसमे दो क्षेत्राधिकारियों की जांच होगी. बता दें कि गवाह को फर्जी तरीके से जेल भेजे जाने के केस के बाद हंडिया में एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है। सरायममरेज में सड़क हादसे के मामले को विवेचना के दौरान गैर इरादतन हत्या में तब्दील कर दिया गया। आरोपी बनाए गए पक्ष ने शिकायत की तो अफसरों ने जांच कराई, जिसमें इस खेल का खुलासा हुआ। मामले में तत्कालीन व वर्तमान सीओ हंडिया के खिलाफ जांच कराने का निर्णय लिया गया है। जबकि सीओ कार्यालय में तैनात दीवान को निलंबित कर दिया गया है। मामला 20 दिसंबर 2020 का है। पूरेडीह निवासी श्रीराम की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। 10 दिन बाद उसकी पत्नी अनीता ने थाने में तहरीर देकर गांव के ही अतुल पांडेय पर केस दर्ज कराया। आरोप लगाया कि उसका पति मजदूरी करने अतुल के घर गया था। जहां सामान लाने के बहाने उसे जबरन गाड़ी पर ले जाकर रास्ते में उसे अधमरा कर छोड़ दिया गया। अस्पताल ले जाने पर पता चला कि उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है। बाद में फरवरी 2021 में उसकी मौत हो गई। मुकदमे में एससी एसटी एक्ट की धारा भी लगी थी, ऐसे में विवेचना तत्कालीन सीओ हंडिया को मिली। इसके बाद विवेचना के दौरान मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई गई।
इस मामले में आरोपी पक्ष की ओर से उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई गई। बताया गया कि श्रीराम की मौत सड़क हादसे में हुई और उसे फर्जी फंसाया जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि मामले की जांच कराई गई तो कई चौंकाने वाली बात सामने आई। पता चला कि मौका मुआयना किए बिना ही मामले में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ाई गई। इस खेल में सीओ कार्यालय में तैनात दीवान संजय की भी संलिप्तता से संबंधित शिकायतें अफसरों के पास पहुंचीं। जिसके बाद उसे निलंबित कर दिया गया। साथ ही तत्कालीन व वर्तमान सीओ हंडिया भीम कुमार गौतम की जांच शुरू कराने का निर्णय लिया गया है।
वहीं मामले में एसएसपी अजय कुमार का कहना है कि प्रकरण बेहद गंभीर है। तत्कालीन व वर्तमान सीओ हंडिया के खिलाफ जांच के लिए एसपी गंगापार से रिपोर्ट मांगी गई है। मामले में जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।