प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के सिकंदरा मार्ग पर खेवराजपुर गांव। सड़क के किनारे पशु व्यापारी का मकान। एक दरवाजा सड़क की ओर तो पीछे का दरवाजा खेत की ओर। पशु व्यापारी के घर के आसपास, आगे पीछे किसी का मकान नहीं। दो कमरे और एक बरामदा। सड़क की तरफ ही कमरे के आगे टीन शेड डालकर किचन। घर की बाउंड्री के अंदर ही आंगन में खुली गोशाला। आंगन में ही मवेशी बंधे थे। शुक्रवार रात पशु व्यापारी अपनी पत्नी और चार साल की पोती के साथ एक चारपाई पर सो रहे थे। आंगन में ही उनकी चारपाई से आगे दिव्यांग बेटी दूसरी चारपाई पर सो रही थी। टीन शेड के अंदर तीसरी चारपाई पर पशु व्यापारी की बहू और एक साल की पोती सो रही थी। रात में हमलावर घुसे। कितने थे नहीं पता। पीछे का दरवाजा खुला मिला। एक-एक करके बेरहमी से मारते चले गए। शनिवार सुबह जब पांच लोगों की हत्या की खबर मिली तो सनसनी फैल गई। पांचों के शव अपने साथ हुई हैवानियत बंया कर रहे थे।
टीन शेड के अंदर पशु व्यापारी की गर्भवती बहू का शव मिला। कपड़े अस्त-व्यस्त थे। उसके पास सो रही एक साल की बेटी का शव मिला। सिर और चेहरे पर चापड़ व रॉड के निशान थे। वहां की परिस्थितियां बयां कर रही थीं कि महिला के साथ कुछ देर पहले क्या हुआ होगा। वहीं आंगन में चारपाई पर सो रही दिव्यांग बेटी का शव निर्वस्त्र जमीन पर पड़ा था। सबसे ज्यादा खून वहीं गिरा था। गांववालों की मानें तो उसकी मानसिक हालत भी ठीक नहीं थी। उसका एक हाथ भी टेढ़ा था। उसके साथ भी गलत हुआ था। वहीं दंपती को बिस्तर पर ही मार दिया गया। इनकी चीखें मकान के अंदर ही दफन हो गईं।
एफआईआर में सिर्फ हत्या की धारा, रेप की बात नहीं
पुलिस ने पशु व्यापारी के बेटे की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। उसने एफआईआर दर्ज कराई है कि उसके घर में आग लगने की सूचना मिली थी। घर में मां-बाप, बहन, बेटी और पत्नी की हत्या कर दी गई। बहन और पत्नी निर्वस्त्र थी। हत्या किसने और क्यों की, उसे नहीं पता। पशु व्यापारी के बेटे ने अज्ञात में ही हत्या की एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने लूटपाट की धारा भी नहीं लगाई है। मुकदमे में रेप की धारा भी नहीं लगाई। कहा गया कि तहरीर में रेप की बात नहीं लिखी है।