भीरपुर (रमेश पटेल)। ग्रामीणों को खुले में शौच से मुक्त कराने के उद्देश्य से देश व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्रत्येक गांव में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य कराया गया है। सरकार की मंशा थी की प्रत्येक गांव में सामुदायिक शौचालय से ग्रामीणों को जोड़कर खुले में शौच से मुक्त कराया जा सके।
लेकिन विभागीय अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही के चलते सरकार की मंशाओ पर पानी फिरता हुआ देखा जा रहा। कुछ इसी तरह विकासखंड करछना क्षेत्र के खजूरी व कचरी ग्राम सभा में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनवाए गए सामुदायिक शौचालय में भ्रष्टाचार देखने को मिला है। जहां लाखों रुपए खर्च करके सामुदायिक शौचालय बनवाया गया है। जिसका निर्माण कार्य होता देख ग्रामीणों को भी लगने लगा था कि शौचालय तैयार होने पर खुले में शौच के लिए जाने से मुक्ति मिल जाएगी। लेकिन निर्माण कार्य में ग्राम प्रधान, सचिव के साथ ठीकेदार के द्वारा व्यापक पैमाने पर अनियमितता व धन उगाही में बंदरबांट के चलते अभी तक शौचालय चालू नहीं कराया जा सका।
जिससे ग्रामीण आज भी खुले में शौच के लिए जाने को मजबूर है। वही ग्रामीणों को सबसे ज्यादा बरसात के दिनों में दिक्कत उठानी पड़ती है। शौचालय देख रेख न होने से चारों तरफ जंगल झाड़ियां उग आई हैं। जिस पर ग्रामीणों को द्वारा कचरा फेंक कर गंदगी का अंबार लगा दिया जा रहा है। मामले को लेकर ग्रामीणों के द्वारा शिकायत की गई, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। जिससे ग्राम सभा में बनाए गए सामुदायिक शौचालय का प्रयोग न होने से शोपीस बनकर खड़ा है। और सरकार की सामुदायिक शौचालय की योजना मात्र कागजो पर ही सिमट कर रह गया है।