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लूट के कुछ रुपयों, बाइक, आलाकत्ल के साथ तीन गिरफ्तार, एक फरार की तलाश जारी

SV news


मांडा (शशिभूषण  द्विवेदी)। एक माह पहले मांडा जंगल में ट्रैक्टर चालक से साढ़े तेरह हज़ार लूटने के लिए चार साथियों ने ट्रैक्टर चालक की हत्या व लूट की थी । आलाकत्ल के साथ मुख्य आरोपी सहित तीन की मांडा पुलिस व एसओजी ने गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा । 

एक माह पूर्व एक जुलाई को रात साढ़े नौ बजे मांडा खास हाटा मार्ग के किमी तीन पर गेरुआडीह गाँव के सामने जंगल में ट्रैक्टर से ईंट बेचकर और विक्रय के साढ़े तेरह हज़ार रुपये लेकर लौट रहे मांडा थाना क्षेत्र के भौंसरा नरोत्तम गाँव निवासी अनिल कुमार तिवारी (30) की हत्या हो गयी थी । हत्या के बाद आईजी जोन डाक्टर राकेश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित, सीओ मेजा अमिता सिंह, इंस्पेक्टर मांडा अरुण कुमार ने पुलिस कर्मियों के साथ घटना की गहन जांच पड़ताल की थी । घटना के एक माह बाद शनिवार भोर थाना क्षेत्र के मिर्जापुर प्रयागराज सीमा के पाली गाँव के सामने से पुलिस ने सचिन कुमार भारतीया निवासी चकिया, थाना जिगना, जनपद मिर्जापुर, गुलशन बिंद व लालचंद ऊर्फ रोहित बिंद निवासीगण बघेड़ा खुर्द मिसिर पट्टी, थाना जिगना जनपद मिर्जापुर को गिरफ्तार किया। पकड़े गये तीनों आरोपियों को जब थाने लाकर पुलिस ने कर्रा किया, तो अनिल तिवारी से लूट व हत्या के मामले को आरोपियों ने स्वीकार किया। 

आरोपियों द्वारा दिये गये जानकारी के आधार पर पुलिस ने बताया कि सचिन भारतीया, गुलशन बिंद, लालचंद व इनका फरार साथी आशीष कुमार एक ही होंडा स्पोर्ट बाइक से हाटा आर्केस्ट्रा देखने जा रहे थे । चारों साथियों गिरधरपुर के एक पेट्रोल पंप से अस्सी रुपये का पेट्रोल भी बाइक में डलवाया । चारों के पास कुल अस्सी रुपये ही थे । पेट्रोल डलवा कर जब वे मांडा खास हाटा मार्ग के जंगल में पहुंचे, तो सामने से दो ट्रैक्टर ईंट बेचकर लौट रहे थे । चारों साथी ट्रैक्टर से आगे निकल गये, लेकिन बाद में बिक्री किये ईंट के रुपये लूटने के लिए वापस लौटे । हाटा मांडा खास मार्ग बेहद खराब होने के कारण ट्रैक्टर धीरे धीरे जा रहे थे । पीछे का ट्रैक्टर अनिल तिवारी चला रहे थे। अनिल के ट्रैक्टर पर पीछे से ट्राली में गुलशन व आशीष चढ़े और ट्राली से ट्रैक्टर पर आ गये । रुपये की छीना झपटी में ट्रैक्टर गड्ढे में पलट गया, लेकिन कोई चुटहिल नहीं हुआ । अनिल रुपये नहीं दे रहा था, तो गुलशन ने अनिल के गर्दन पर चाकू से वार कर दिया, जिससे अनिल बेहोश हो गया और उसके जेब से साढ़े तेरह हज़ार रुपये गुलशन व उसके साथियों ने निकाल लिया । रुपये निकाल कर चारों साथी हाटा जाने के बजाय अपने घर चले गये । आरोपियों को सुबह पता लगा कि अनिल की मौत हो गई थी, तो चारों महीने भर पुलिस से बचते व भागते रहे। एक माह तक पुलिस संदेह में तमाम लोगों को पूछताछ हेतु पकड़ती और छोड़ती रही । शनिवार सुबह एक ही बाइक से आ रहे तीनों साथियों को पाली गाँव के सामने जब पुलिस ने रोका, तो वे भागने लगे । थाने लाकर जब आरोपियों को पुलिस ने कर्रा किया, तो वे टूट गये और गेरुआडीह जंगल से हत्या में प्रयुक्त चाकू भी बरामद करा दिया। घटना में प्रयुक्त तीनों के मोबाइल, बाइक व लूट के बचे 2450 रुपये भी पुलिस ने आरोपियों से बरामद किया। गिरफ्तारी में इंस्पेक्टर मांडा अरुण कुमार, निरीक्षक सुभाष सिंह यादव, वरिष्ठ दरोगा राम केवल यादव, एसओजी प्रभारी यमुनापार रणजीत सिंह, सिपाही राजकुमार प्रधान, सतीश चंद्र यादव, धर्मेंद्र कुमार, महिला सिपाही किरन, जीप चालक सिपाही महेश मौर्या आदि शामिल रहे ।

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