मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
मेजा में स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विगत पांच माह से मरीजों और प्रसव पीड़ा से कराहते हुए महिला की डिलीवरी मोमबत्ती और मोबाइल के सहारे किया जा रहा है।
इस घटना ने क्षेत्र के स्वास्थ विभाग की उदासीनता की पोल खोल कर रख दी है।
पूरी घटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा की है।बीती रात चार महिलाओं की डिलीवरी अंधेरे में की गई। जहां मेजा खास की फूल कली देवी अपनी बहू सीमा पत्नी मुकेश की डिलीवरी कराने के लिए रात्रि में पहुंची थी। उन्होंने बताया कि जब वह हॉस्पिटल में पहुंची तो हॉस्पिटल में अंधेरा छाया था। प्रसव पीड़ा होने के दौरान स्टाफ नर्स बंदना देवी और डाक्टर शाश्वत सिंह ने मोमबत्ती की रोशनी में महिला की डिलीवरी कराई।अस्पताल में बिजली न होने से सकुशल डिलीवरी के बाद परिजनों ने राहत की सांस ली।आरती भारतीय जरार,सीमा मेजा,अंजू पाउसिया,सरस्वती नेवढ़िया,मंजू धरावल और रूपा मरहा की डिलीवरी की गई। ऐसे में कोई अनहोनी घटना हो जाए तो इसका जिम्मेदार कौन होगा।इसका जवाब किसी के पास नही है।एक ओर योगी सरकार महिलाओं को अस्पताल में बेहतर सुविधा देने की बात करती है,वही विभागीय नुमाइंदों ने शासन की मंशा पर पानी फेर रहा है और आप जनता को सुविधा के नाम पर ठेंगा दिखाया जा रहा है।
वही इस विषय पर जब अधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश से वार्ता किया गया तो उन्होंने बताया कि इस मामले की जानकारी उनके पास नहीं है । आगे कहां की जनरेटर खराब होने की जानकारी शीर्ष अधिकारियों को दे दी गई है। बारिश होने के कारण सोलर लाइट काम नही कर रहा है।वही देखा जाए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की यह लापरवाही स्वास्थ विभाग के उपर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है।