प्रयागराज (राजेश सिंह)। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की धाक देश-विदेश में थी। पिछले वर्ष उनकी संदिग्ध मौत हुई थी। आज शनिवार 10 सितंबर को उनकी प्रथम पुण्य तिथि को स्मृति पर्व के रूप में मनाया जा रहा है। प्रयागराज के श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में संतों व भक्तों का जमघट लग गया है। देश के विभिन्न शहरों से आए संतों व श्रद्धालुओं ने नरेंद्र गिरि की समाधि पर मत्था टेक रहे हैं। शनिवार को नरेंद्र गिरि की समाधि का पूजन होगा। इसके बाद श्रीमहंत विचाराधनंद संस्कृत महाविद्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। उसमें प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि सहित 13 अखाड़ों के प्रमुख महात्मा व भक्त शामिल होंगे। सभी नरेंद्र गिरि से जुड़े संस्मरण साझा करेंगे। श्रीमहंत बलवीर गिरि का कहना है कि बड़े महाराज (नरेंद्र गिरि) का प्रथम पुण्य स्मृति पर्व हमारे लिए भावुक पल है। इसमें कोई कमी न रहने पाए उसका ध्यान रखा गया है। हर अतिथि हमारे लिए देवतुल्य है। सबकी सुविधा का ध्यान रखा गया है। श्रीनिरंजनी अखाड़ा के सचिव व अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी भी प्रयागराज आ गए हैं। उन्होंने शनिवार को हाेने वाले भंडारा व श्रद्धांजिल सभा की तैयारियों को देखा। व्यवस्था में लगे लोगों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया। श्रीमठ बाघम्बरी द्दी के पीठाधीश्वर बलवीर गिरि ने बाहर से आए महात्माओं का स्वागत किया। शुक्रवार की शाम को श्रीमठ बाघम्बरी गद्दी में भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें साधु-संतों समेत श्रद्धालु शामिल हुए। अजय याज्ञनिक ने संगीतमयी सुंदरकांड का पाठ किया। भजन की सुरीली प्रस्तुति करके माहौल को भक्तिमय कर दिया।