प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में गंगा, यमुना नदियों की प्रतिवर्ष आने वाली बाढ़ से लाखों लोग प्रभावित होते हैं। अब लोगों को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए जो तैयारी की गई है, वह किसी तोहफा से कम नहीं है। जी हां, शहर में कई वर्ष बाद नए बांध का निर्माण होगा। आइए जानें कि इस नए बांध का निर्माण कहां होगा और इसके लिए क्या प्रोजेक्ट बनाया गया है। प्रयागराज शहर में दारागंज के बक्शी बांध से बघाड़ा इलाके तक नया बांध बनाया जाएगा। बताया गया कि इसके प्रोजेक्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वीकृति दे दी है। परियोजना का डीपीआर तैयार कराने के निर्देश अपर मुख्य सचिव सिंचाई व जल संसाधन को दिए गए हैं। बता दें कि बाढ़ के कारण हर तीसरे-चौथे वर्ष शहर के तटीय इलाके के लोगों को अधिक परेशान होना पड़ता है। इससे बचने के लिए काफी लंबे बांध का प्रोजेक्ट बनाया गया। वह प्रोजेक्ट द्रौपदी घाट से अशोक नगर कछार, नेवादा, राजापुर, बेली कछार, मेंहदौरी, म्योराबाद, तेलियरगंज, सलोरी, शिवकुटी, बघाड़ा से दारागंज तक था। इतने बड़े बांध के लिए कई विभागों की ओर से सर्वे हुआ तो पता चला कि इससे गंगा नदी के दूसरे छोर फाफामऊ व झूंसी इलाके के कई गांव व मोहल्ले हर वर्ष डूबने की संभावना जताई गई। इस प्रोजेक्ट के रद होने के बाद शहर उत्तरी विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री से मुलाकात की और दारागंज के बक्शी बांध से बघाड़ा तक बांध की मांग उठाई। विशेष सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय शशांक त्रिपाठी ने 1.7 किमी के बांध की मंजूरी के निर्देश जारी किए हैं। बताया जाता है कि प्रयागराज शहर में पहला नदी पर बांध करीब 500 वर्ष पूर्व सम्राट अकबर ने बनवाया था। वह त्रिवेणी बांध था जो आज भी लेटे हनुमान मंदिर के निकट स्थित है। माना जाता है कि गंगा नदी की बाढ़ से अपने किले को बचाने के लिए अकबर ने त्रिवेणी बांध बनवाया था। इसके बाद बख्शी बांध का निर्माण कराया गया था।
प्रयागराज के डीएम संजय कुमार खत्री ने बताया कि शासन से इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन के बारे में जानकारी तथा क्षेत्र के मानचित्र उपलब्ध कराने को कहा गया है। सभी सूचनाएं जल्द ही भेजी जाएंगी।
शहर उत्तरी के विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी बोले कि बक्शी बांध से बघाड़ा तक बांध का निर्माण होगा तो एक लाख से ज्यादा की आबादी बाढ़ की विभीषिका से बच सकेगी।