प्रयागराज (राजेश सिंह)। यमुनापार के कोरांव के गांवों में विकास कार्यों के पैसे को लेकर इन दिनों जमकर बंदरबाट मची है। सामुदायिक शौचालय, व्यक्तिगत शौचालय, पंचायत भवन, नाली-इंटरलाकिंग, विद्यालयों के कायाकल्प आदि विकास कार्यों जमकर अनियमितता हो रही है। कई गांवों में इस तरह के गबन के मामले पकड़े गए हैैं। कोरांव के सिकरो गांव में तो इस तरह के कार्यों में लगभग 40 लाख रुपये का गबन पकड़ा गया है। डीएम संजय कुमार खत्री और सीडीओ शिपू गिरि के निर्देश पर इस गांव में ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्य पिछले हफ्ते जांच करने गए थे। प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच में जमकर धांधली पकड़ी गई। सिकरो गांव में चार वर्ष के दौरान 14 लोगों को आवास का लाभ दिया मगर अब तक एक ही आवास बन सका। अनीता देवी पत्नी ओम प्रकाश के नाम एक लाख 10 हजार रुपये खाते में दिए गए। अब कहा जा रहा है वह लाभार्थी गांव से फरार हो गई है। गांव के लोगों ने बताया कि तत्कालीन प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने मिलीभगत कर ऐसे लाभार्थी के नाम पर पैसा निकाल कर हजम कर लिया, जो है ही नहीं। अब सफाई दी जा रही है कि पैसा लेकर लाभार्थी गांव छोड़कर फरार हो गया है।
शौचालय के नाम पर 3 लाख निकाल लिए
इस गांव के पंचायत भवन के निर्माण में लगभग 13 लाख रुपये की अनियमितता सामने आई है। पंचायत भवन के निर्माण के नाम पर पैसे निकाल लिए गए मगर बनाया नहीं गया। इसी तरह सामुदायिक शौचालय के नाम पर तीन लाख पांच हजार रुपये निकाल लिए गए मगर बनाया नहीं गया। अब मामले में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैैं। पूर्व प्रधान, पूर्व सेक्रेटरी से वसूली के भी निर्देश दिए गए हैैं। गबन के ऐसे सैकड़ों मामले में पकड़े गए हैैं। 224 गांवों में जांच चल रही है। भ्रष्टाचार में पिछले चार माह में नौ ग्राम पंचायत अधिकारी व चार ग्राम विकास अधिकारी निलंबित हो चुके हैैं।
सीडीओ शिपू गिरि का कहना है कि जहां भी इस तरह की शिकायत आ रही है वहां जिला स्तरीय अधिकारियों की टीमें गठित कराकर जांच कराई जा रही है, जिसके बाद कार्रवाई भी कराई जा रही है।