मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
धनतेरस के दूसरे रोज सोमवार को दिवाली की बाजार पूरे मिजाज में रही।सब कुछ ठीक होने के कारण बाजार पूरी मस्ती में झूमा। अनुमान के मुताबिक मेजा खास बाजार में लाखों का कारोबार हुआ। इसमें सबसे ज्यादा मिठाई और ड्राई फ्रूट, पटाखे, फूलमाला मूर्ति, सजावटी सामानों और क्राकरी की बिक्री में बूम आया। इलेक्ट्रानिक आइटम, कपड़े और आभूषण की दुकानों पर भी ग्राहकों का तांता लगा रहा। ग्राहकों में उत्साह ऐसा कायम रहा कि प्रशासन की बंदिशें भी सभी बैरियर तोड़ती नजर आईं। कई बार तो भीड़ के चलते यातायात व्यवस्था ही चरमरा उठी। लेकिन दुकानों पर ग्राहकों का रेला ऐसे टूटा मानो क्षेत्र की जनता दिवाली नहीं बल्कि उत्सवधर्म की खुशियां मनाने सड़क पर निकल पड़ी हो।बरगद मोड़ के पास दिन भर जाम की स्थिति बनी रही।
त्योहार की खुशियां मनाना हो और लोग बरगद मोड़ के पास दुकानों पर न जाएं ऐसा कैसे हो सकता है।बरगद मोड़ तो बाजार का केंद्र रहा। इसके आसपास जनसेवा अस्पताल,पप्पू लल्लन की दुकान के पास,ट्रांसफार्मर,महुआ,सीओ आफिस और थाने के पास की बाजार ग्राहकों से खचाखच भरी रही। भीड़ के बीच पुलिस कर्मियों की चहलकदमी भी रही।पुलिस की गाड़ी बीच-बीच में जाकर रास्ता साफ करवाती रही।बाजार का स्थान कहीं की भी रहा हो, फुटपाथ पर लाई लावा, चीनी के गट़्टे और खिलौने एक अलग ही रंग बिखेरते रहे। लाई लावा के व्यापारी कुलई महाजन और संतोष केशरी ने बताया कि इस साल की दुकानदारी अच्छी रही।
दिवाली के अवसर पर लक्ष्मी गणेश को भोग के बाद परिवार व मेहमानन वाजी में एक दूसरे का मुंह मीठा कराने का दौर चलेगा। इसके लिए मिठाई रविवार और सोमवार को घर-घर पहुंच गईं। भोग प्रसाद सहित विभिन्न पकवानों में मोतीचूर के लड्डू खूब बीके।दिवाली पर घरों की रंगाई पुताई के बाद कमरों को सजाने की हसरतें सभी की होती हैं। पाकेट में पैसे थे तो यह हसरतें भी सभी ने पूरी की। जिसमें बंदनवार, मढ़ी हुई तस्वीरें, इलेक्ट्रानिक दीये, झूमर, डिजाइनर लैम्प, रंग विरंगी इलेक्ट्रानिक मोमबत्तियां और
आर्टीफीशियल गुलदस्ते खूब बिके।मूर्ति की बात करें तो गणेश लक्ष्मी, हनुमान जी की मूर्तियों की खरीद आमतौर पर लोग धनतेरस के दिन ही कर लेते हैं लेकिन इसके दूसरे दिन भी ग्राहक दुकानों पर छाए रहे। मूर्तियों को पसंद करने से लेकर मोलभाव तक कराने में महिलाएं व युवतियां आगे रहीं। इन दुकानों पर गणेश जी और लक्ष्मी जी की मूर्तियों की खरीद में अपनी-अपनी मान्यता के अनुसार ग्राहकों में कन्फ्यूजन भी रहा। गणेश जी का एक दंत टूटा हो, सूड़ दाहिनी ओर हो या बायीं ओर, लक्ष्मी जी के दाहिने हाथ से धनवर्षा हो या बाएं से, इसको लेकर भी ग्राहकों में असमंजस रहा। वहीं दाम में भी उतार चढ़ाव रहा।
दिवाली की खरीदारी में गिफ्ट आइटम और चाकलेट की बिक्री खूब हुई। गिफ्ट आइटम में क्राकरी, इलेक्ट्रानिक सामान और आर्टीफिशियल ज्वैलरी ज्यादा रही।कुल मिलाकर इस बार की दिवाली हर तरह से अच्छी रही। व्यापारियों ने बताया कि पुलिस प्रशासन इस बार मेहरबान रहा।एक दिन पहले एक सिपाही द्वारा दुकानदारों को परेशान किया जाता रहा,लेकिन मेजा कोतवाल धीरेंद्र सिंह को जानकारी होने पर दुकानदारों को परेशान न करने और बाजार में शांति बनाए रखने का फरमान जारी होने से व्यापारी खुश रहे।