11 अभ्यारण्य में भेजने की तैयारी
प्रयागराज (राजेश सिंह)। धर्म, साहित्य और न्याय की पावन धरा अब दुर्लभ वन्य जीवों का कुनबा बढ़ाने में अहम योगदान देने जा रही है। संगम नगरी में स्थित प्रदेश के पहले ब्लैक बक कंजर्वेशन रिजर्व से देश के छह राज्यों के 11 अभ्यारण्य में नर काला हिरन भेजने की योजना है। देश भर में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार ने इस कंजर्वेशन रिजर्व को वन डिस्ट्रिक्ट वन डेस्टिनेशन (ओडीओडी) के तहत चयन किया है।
प्रयागराज के मेजा क्षेत्र में मध्य प्रदेश की सीमा के पास स्थित चांद खमरिया ब्लैक बक कंजर्वेशन रिजर्व में नर काले हिरनों की तादाद संतोषजनक है। यहां लगभग 560 काले हिरनों में 355 से ज्यादा नर काला हिरन हैैं। यहां के नर काला हिरनों के माध्यम से देश के अन्य राज्यों में इनकी संख्या बढ़ाने की कवायद शुरू हुई है। बेहद आकर्षक दिखने वाले ये काले हिरन विलुप्त प्राय जानवरों की श्रेणी में है, इसलिए इनकी संख्या बढ़ाने पर केंद्र सरकार जोर दे रही है।
चांद खमरिया से गुजरात के गिर वन राष्ट्रीय उद्यान व वेलावदर वन्यजीव अभ्यारण्य, बुंदेलखंड के राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य, तमिलनाडु के गिंडी राष्ट्रीय उद्यान तथा प्वाइंट केलिमियर वन्य जीव और पक्षी अभ्यारण्य एवं वल्लांदु वन्यजीव अभ्यारण्य, बिहार के कैमूर वन्य जीव अभ्यारण्य, कर्नाटक के रानीबेन्नुर कृष्ण मृग अभ्यारण्य, महाराष्ट्र के ग्रेट इंडियन बस्टर्ड अभ्यारण्य, राजस्थान के रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान और ताल छप्पर अभ्यारण्य में पहली खेप में दो-दो नर काला हिरन भेजने की तैयारी चल रही है। इसके लिए जलवायु को लेकर अध्ययन हो चुका है।
संजय कुमार खत्री, डीएम ने बताया कि ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रयास तेज हो रहे हैैं। ओडीओडी में चयनित ब्लैक बक कंजर्वेशन रिजर्व के विस्तार की भी योजना है। यहां से नर काले हिरनों को दूसरे अभ्यारण्यों में भेजने की भी योजना है।