प्रतापगढ़ (राजेश सिंह)। प्रयागराज से रात को सुल्तानपुर की ओर जा रहे न्यायिक अफसर के एस्कॉर्ट में खस्ताहाल जीप लगाना एसओ कोहंडौर को भारी पड़ गया। नाराज न्यायिक अफसर के फोन करने पर एसओ को आधीरात लाइन हाजिर होने का फरमान सुना दिया गया। दिन भर पुलिस अधिकारी अनभिज्ञता जताते रहे। शाम को थाने से एसओ को सादी विदाई दी गई।
प्रयागराज से सुल्तानपुर की ओर जा रहे न्यायिक अफसर को एस्कॉर्ट करने के लिए कोहंडौर थाने के एसआई श्याम बिहारी सिंह रात को चिलबिला के पास पहुंचे थे। न्यायिक अफसर के पहुंचने पर वह आगे बढ़े लेकिन उनकी गाड़ी रफ्तार नहीं पकड़ रही थी। सूत्रों के अनुसार न्यायिक अफसर की गाड़ी आगे चली गई और एस्कॉर्ट वाली जीप नहीं दिखी तो वह रुक गए। एसआई को बुलाकर सवाल किया तो वह बताने लगे कि जीप तेज नहीं चल पा रही है। जीप की हेडलाइट धीमी थी। बैकलाइट नहीं जल रही थी। नंबर प्लेट भी सही नहीं थी। सूत्रों के अनुसार न्यायिक अफसर ने फोन कर नाराजगी जताई। इसके बाद आधीरात एसओ इंद्रदेव को लाइन हाजिर करने का फरमान सुना दिया गया। मामला दिन भर चर्चा में रहा। हालांकि एसओ दिनभर थाने में रहे। शाम को एसओ इंद्रदेव को थाने से बिना फूल माला विदा किया गया।
देर शाम एसपी सतपाल अंतिल ने इंद्रदेव को लाइन हाजिर करने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि केवल एस्कॉर्ट का मामला नहीं था। सोमवार सुबह बाजार के पास हादसे में सगे भाइयों की मौत के बाद उनके देर से पहुंचने को लेकर लोगों ने नाराजगी जताई थी। कई मामलों को देखते हुए उन्हें लाइन हाजिर किया गया है।