लखनऊ: आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर और राष्ट्र की 75 साल की अथक सेवा के सम्मान स्वरूप मंगलवार को उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक देवेन्द्र सिंह चौहान द्वारा यूपी पुलिस के प्रतीक चिन्ह का अनावरण और विमोचन किया गया. 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल (भारत के लौह पुरुष) की जयंती के अवसर पर यूपी पुलिस को और एकजुट करने के लिए यह प्रतीक चिन्ह लॉन्च किया गया है. प्रतीक चिन्ह को यूपी पुलिस नियम 1986 के अध्याय 1 के तहत प्रस्तावित किया जा रहा है, जिसके तहत पुलिस महानिदेशक को वर्दी के पैटर्न को निर्धारित करने का अधिकार है.
प्रतीक चिन्ह की खास बातें
यूपी पुलिस के कलर में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग ''नेवी ब्लू और रेड'' हैं. इसलिए प्रतीक चिन्ह में यही रंग और शेड शामिल किए गए हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस के सभी रैंक सम्मान स्वरूप इस प्रतीक चिन्ह को वर्दी पर धारण करेंगें. यह प्रतीक चिन्ह वर्दी के दाहिने हिस्से में नेम प्लेट के ऊपर पहना जाएगा. इस प्रतीक चिन्ह को डिजाइन करने के लिए फैशन डिजाइनर पूर्णिमा भिक्ता(NIFT पास आउट) की सहायता ली गई.
हर राज्य की पुलिस का अलग प्रतीक चिन्ह
इस प्रतीक चिन्ह को पुलिस महानिदेशक से लेकर सिपाही तक अपनी वर्दी पर लगा सकेंगे. यह प्रतीक चिन्ह वर्दी की शर्ट की दाहिनी जेब के ऊपर लगाया जाएगा. पुलिस की भाषा में प्रतीक चिन्ह को इनसिग्निया कहा जाता है. 1952 में तात्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने पुलिस कलर दिया था. अलग-अलग राज्यों की पुलिस के विशिष्ट प्रतीक चिन्ह होते हैं. यह पुलिस के अनुशासन का भी प्रतीक होता है. यूपी पुलिस का ध्येय वाक्य सुरक्षा आपकी संकल्प हमारा है. प्रदेश की योगी सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण पर इस समय विशेष जोर दे रही है.