प्रयागराज (राजेश सिंह)। कोरोना का नया वैरिएंट सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने एडवाइजरी जारी कर दी है, लेकिन जिले में कोविशील्ड के बूस्टर डोज लगाने का सिलसिला दो माह से रुका हुआ है। नई एडवाइजरी के बाद बूस्टर डोज नहीं लगवाने वालों को लेकर स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ने लगी है। करीब दो माह से कोविशील्ड का स्टॉक जिले में खत्म पड़ा है। बड़ी संख्या उन लोगों की है, जिनको कोविशील्ड की दोनों डोज लग चुकी हैं।
अब उनको बूस्टर डोज लगनी है, लेकिन स्टॉक ही नहीं है। बुधवार को स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया कि अगर कोई कोरोना संक्रमित मिलता है तो उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ की लैब को भेजा जाए। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोविशील्ड और कोवैक्स भी खत्म हो चुकी है। केवल कोवैक्सीन की 7 हजार डोज बची हैं। चूंकि 80 फीसदी से अधिक लोगों को दोनों डोज कोविशील्ड लगी है इसलिए वह बूस्टर डोज के लिए इंतजार कर रहे हैं।
केंद्र सरकार से एडवाइजरी जारी हुई है। अगर कोई नया पॉजिटिव केस सामने आता है तो उसका सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ लैब भेजा जाएगा। इससे पता चलेगा कि संक्रमित कोरोना के किस वैरिएंट का शिकार हुआ है। - डॉॅ. नानक सरन, सीएमओ प्रयागराज