मेजा, प्रयागराज (राजेश गौड़/श्रीकान्त यादव)। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर योजना के तहत विछाईजा रही रेल लाइन पर मालगाड़ियों का आवागमन शुरू हो गया है। उक्त रेल लाइन के डाउन लाइन रेलवे पटरी पर सोमवार सुबह एक महिला का क्षत-विक्षत शव पाया गया। सूचना जीआरपी पुलिस और स्थानीय रेल प्रशासन को दिया गया लेकिन जीआर पी तथा रेलवे प्रशासन महिला का शव अपने कब्जे में लेने के बजाय अधिकार क्षेत्र में न होने का हलवा देकर पल्ला झाड़ते दिखाई दिया। मामले की जानकारी मेजारोड प्रभारी रामभवन वर्मा को हुई तो तत्काल घटनास्थल पर पहुंच रेल अधिकारियों और जीआरपी को फोन के माध्यम से घटना की दिया। वही रेलवे के अधिकारी और जीआरपी की दलीलें सुन चौकी प्रभारी भौंचक्क रह गये। शव को कुत्ते नोच रहे थे, जिसपर मानवता दिखाते हुए इलाकाई पुलिस ने शव पर कपड़े डालकर कवर कर दिया, लेकिन रेल विभाग मानवीय संवेदनहीनता की हदें पार कर अपनी दलीलें देता रहा कि डीएफसी रेल लाइन रेलवे को सुपुर्द नहीं किया गया है। वही देखा जाए तो रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों से अनजान लोग आवागमन करते रहते हैं। जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है रेल महकमे से जुड़े अधिकारियों की बात मानवता को शर्मसार करने वाली रही जो लोगों में चर्चा का विषय बनी रही। वहीं स्थानीय चौकी प्रभारी रामभवन बर्मा तथा कांस्टेबल प्रियांशु मानवता दिखाते हुए तत्काल महिला के शरीर को कवर कर दिया और शव को कब्जे में लेकर शिनाख्त करवाने में जुटे रहे।