कैंपस में यीशु दरबार लगाने सहित कई गंभीर आरोप
लखनऊ (राजेश सिंह)। कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय पाठक की तरह प्रयागराज स्थित शुआट्स विश्वविद्यालय के कुलपति आरबी लाल भी एसटीएफ की जांच में फंस चुके हैं। शासन के निर्देश पर उनके खिलाफ करीब आधा दर्जन बिंदुओं पर गोपनीय जांच पूरी कर एसटीएफ ने प्रयागराज पुलिस से एफआईआर दर्ज करने को कहा है। विवादों से घिरे रहने वाले आरबी लाल और उनके करीबियों की गिरफ्तारी की भी तैयारी है।
एसटीएफ की जांच में आरबी लाल पर वित्तीय अनियमितता, विवि कैंपस में यीशु दरबार, धर्मांतरण समेत अन्य संदिग्ध गतिविधियों के आरोप सही पाए गए हैं। शुआट्स में हुई तमाम गड़बड़ियों की जांच सीबीआई के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है। बीते मई में ईडी ने वीसी, उनकी पत्नी, भाई और कुछ करीबियों से पूछताछ भी की थी। तीन वर्ष पूर्व एक्सिस बैंक घोटाले में आरबी लाल को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि प्रयागराज के माफिया अतीक अहमद की नजरें भी शुआट्स की संपत्तियों पर थीं।
फर्जी याचिकाएं दाखिल होने को लेकर हुई एक पीआईएल पर अदालत ने पांच सदस्यीय समिति गठित कर आरबी लाल के खिलाफ जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। इसके बाद प्रयागराज के कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। हालांकि, कानूनी तिकड़म से उन्होंने मामले को 12 जनवरी, 2021 को सीबीआई को ट्रांसफर करा दिया। इसके बाद यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया।
इन बिंदुओं पर हुई जांच
1. विश्वविद्यालय को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त नहीं होने के बावजूद कैंपस में यीशु दरबार ट्रस्ट के माध्यम से धार्मिक गतिविधियों का संचालन और धर्मांतरण कराना।
2. ट्रस्ट को 26 बीघा भूमि अवैध रूप से हस्तांतरित करना।
3. मृत और फर्जी नाम-पते वाले लोगों के जरिए शुआट्स में उच्चाधिकारियों की अवैध नियुक्ति, अनाधिकृत कोर्स चलाए जाने और यीशु दरबार ट्रस्ट के संचालन को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में 26 याचिकाएं दायर करना और बाद में उनको वापस ले लेना।
4. इलाहाबाद एग्रीकल्चर संस्थान में अध्यापकों की अवैध नियुक्ति, प्रशासनिक एवं वित्तीय व्यवस्था में अनियमितता करना।
5. शुआट्स के अधिकारियों के विरुद्घ विभिन्न मुकदमे दर्ज होने की जानकारी छिपाकर शस्त्र लाइसेंस हासिल करना।
6. एक्सिस बैंक से 25 करोड़ रुपये का गबन और घोटालों से अर्जित आय से संपत्ति खरीदना।