ईडी और सीबीआई भी जांच में शामिल
लखनऊ (राजेश सिंह)। सपा सरकार में प्रदेश में हुए एक बहुचर्चित घोटाले में आरोपी महिला आईएएस की बेनामी संपत्तियों की तलाश तेज हो गयी है। आयकर विभाग ने लखनऊ के सफायर बिल्डर की संपत्तियों के बारे में लखनऊ विकास प्राधिकरण से जानकारी मांगी है। आयकर विभाग को शक है कि सफायर बिल्डर के पास अफसर ने घोटाले से अर्जित ब्लैकमनी निवेश की है। हालांकि, इसकी पुष्टि होनी बाकी है। ध्यान रहे इस प्रकरण की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी कर रहा है।
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक लखनऊ विकास प्राधिकरण ने अभी तक बिल्डर की सुल्तानपुर रोड स्थित रिहायशी कॉलोनी के बारे में सूचनाएं उपलब्ध नहीं करायी हैं। आयकर विभाग ने इस बेशकीमती संपत्ति की खरीद-फरोख्त, निवेशकों, रजिस्ट्री आदि से संबंधित सूचनाएं बीते जनवरी माह में मांगी थी। एलडीए इस संपत्ति को हाल ही में सील कर चुका है। आयकर विभाग एलडीए को दोबारा पत्र भेजकर तत्काल जानकारी मुहैया कराने का आग्रह किया है। इसके बाद इसमें निवेश करने वालों की गहन पड़ताल होगी।
दरअसल, जांच में सामने आया है कि महिला आईएएस ने सफायर बिल्डर की संपत्ति में पहले भी निवेश किया है। यही वजह है कि जांच का रुख अब बिल्डर की ओर मुड़ गया है। आयकर विभाग ऑपरेशन बाबू साहब के तहत देश भर में ब्लैकमनी को बेनामी संपत्तियों में निवेश करने वाले नौकरशाहों की तलाश कर रहा है। यूपी में भी कई नौकरशाह निशाने पर हैं। महिला आईएएस के एक मामले की जांच सीबीआई और ईडी भी कर रही हैं। सीबीआई ने महिला आईएएस को जनवरी, 2019 में दर्ज मुकदमे में नामजद कर कई ठिकानाें पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने सफायर बिल्डर की मॉल एवेन्यू की बिल्डिंग में आईएएस का फ्लैट भी खंगाला र्था। ईडी ने भी कुछ दिनों में इसका केस दर्ज कर लिया था। दोनों एजेंसियां महिला आईएएस से पूछताछ भी कर चुकी हैं। उनके पति और दक्षिण भारत में रहने वाले करीबी परिजनों की संपत्तियों और बैंक खातों की जांच भी जारी है।