मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। पूरे प्रदेश में सनसनी फैला देने वाले अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड मैं जैसे - जैसे दिन बीत रहा है, अपराधियों के साथ पुलिस की गलबहियां भी सामने आ रही है। इस हत्याकांड में गिरफ्तार हो चुके अतीक के करीबी सदाकत खान और गुलाम मोहम्मद की आपराधिक जुगलबंदी पुरानी है। जिसके बारे में पुलिस भलीभांति जानती थी, बावजूद इसके पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
पिछले साल इन सदाकत खान और गुलाम मोहम्मद ने मिलकर जार्जटाउन के मेडिकल चौराहे के समीप बीजेपी नेता आशीष मिश्रा पर जानलेवा हमला किया था। इस मामले पुलिस तौफीक अहमद की पुलिस ने गिरफ्तारी की तो अन्य शूटरो का नाम तो पता चल गया। परंतु बाद में पुलिस ने सदाकत, गुलाम मोहम्मद और अरशद कटरा जैसे अपराधियों की गिरफ्तारी करना उचित नहीं समझा।
जिसका नतीजा उमेश पाल हत्याकांड के रूप में सामने आया है। यमुनापार के नैनी कोतवाली अंतर्गत एडीए कालोनी निवासी आशीष मिश्रा पुत्र जयशंकर मिश्रा भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष है। वह मूल रूप से मेजा के रहने वाले है। वहां से वह जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ चुके है। उनका कहना है कि पिछले वर्ष 16 अप्रैल को दोपहर में 12 बजे के आस पास वह अपनी फार्च्यूनर कार से जा रहे थे। जार्ज टाउन मेडिकल कालेज चौराहे के समीप एक बुलेट से आए तीन लोगो ने पीछे से उनकी कार में टक्कर मार दी।
आशीष मिश्रा अपनी गाड़ी से उतरे तो उसी वक्त बुलेट सवार तीन लडको ने बेस बाल के डंडे से हाकी से हमला कर दिया। तब तक कार सवार कुछ लोग और आ गए वालों के कर आशीष मिश्रा को मारने लगे किसी तरह से फॉर्च्यूनर कार के ड्राइवर की चालाकी की वजह से आशीष वहां से जान बचाकर भाग गए थे। उसके बाद उन्होंने जॉर्ज टाउन थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर पुलिस ने तौफीक अहमद को गिरफ्तार किया।
तौफीक ने बयान में बताया कि वह सदाकत खान की बुलेट मोटरसाइकिल लेकर गुलाम मोहम्मद और सदाकत खान को लेकर वहां आया था। अरशद कटरा अपनी आई 20 कार से तीन चार लोगों के साथ आया था। तौफीक अहमद के बयान के बाद पुलिस ने आशीष मिश्रा का दोबारा बयान लिया। फोटो दिखाया। जिसके आधार पर उन्होंने भी सदाकत खान गुलाम मोहम्मद और अरशद कटरा की पहचान की f.i.r. की धारा में 307 आईपीसी बढ़ाई गई। लेकिन आज तक तीनों में से किसी एक की भी गिरफ्तारी की जहमत नहीं उठाई गई।
जबकि पुलिस के समक्ष दिए बयान में तौफीक अहमद ने कहा है कि अगर सदाकत खान और गुलाम मोहम्मद की गिरफ्तारी हो जाए तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि आशीष मिश्रा पर किसने हमला कराया था। हमला राजनीतिक प्रतिद्वंदिता में हुआ था, यह बयान आशीष मिश्रा और तौफीक अहमद दोनों ने दिया है। लेकिन कराया किसने, इसका खुलासा आज तक नही हो पाया।बीजेपी नेता ने कहा उमेश पाल हत्याकांड के बाद परिवार दहशतजदा बीजेपी नेता आशीष मिश्रा का कहना है कि अगर उनके पर हुए हमले में इन लोगों की गिरफ्तारी हो जाती तो शायद यह आज जेल में होते।
*आशीष मिश्रा ने सीएम से लगाई सुरक्षा की गुहार*
उमेश पाल शूटआउट कम से कम इनके द्वारा तो नहीं ही हो पाता। उनका कहना है कि सबसे बड़ी पीड़ा यही है कि बीजेपी की सरकार है और आज तक हमारे प्रकरण में गिरफ्तारी तो दूर पुलिस ने चार्जशीट तक दाखिल नहीं की ऐसा क्यों किया। किसके दबाव में किया। इसका भी कोई ठोस कारण पुलिस वाले नहीं बता पा रहे हैं। आशीष मिश्रा का कहना है कि उमेश पाल की हत्या के बाद वह और उनका पूरा परिवार बहुत डरा हुआ है। उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जानमाल की सुरक्षा की गुहार लगाने की बात कही है।