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विभिन्न मांगों को लेकर आशा वर्करों ने तहसील मुख्यालय मेजा पर भरी हुंकार,एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

 13 मार्च को जिला मुख्यालय पर आंदोलन की बनाई योजना




Svnews

मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन संबद्ध ऐक्टू के राज्यव्यापी आह्वाहन पर  तहसील मुख्यालय मेजा पर कार्यबंदी करते हुए आशाओं ने प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री के नाम एसडीएम मेजा विनोद कुमार पांडेय को ज्ञापन देकर अपनी विभिन्न मांगों की मांग की। प्रदर्शन के दौरान "आज करो अर्जेंट करो हमको परमानेंट करो", "2 हजार में दम नहीं 21हजार से कम नहीं", "आशा व आशा संगिनियों को स्थाई करो आशाओं का शोषण बंद करो," योगी मोदी होश में आओ, "यौन हिंसा को रोकने के लिए महिला सेल का गठन करो", आशाओं को ईएसआई का लाभ दो, "10 लाख का स्वास्थ्य बीमा 50 लाख का जीवन बीमा की गारंटी करो" इत्यादि नारे लगे। आज हुए प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन मेजा की सचिव संध्या श्रीवास्तव ने कहा कि आशा समाजसेविका नहीं कर्मचारी है, जिसकी मान्यता श्रम सम्मेलन से मिली है।इनको न्यूनतम वेतनमान व पीएफ, ईएसआई, पेंशन का लाभ दिया जाना चाहिए। प्रदेश भर में आशा व आशा  संगिनी का 4 से6 माह तक  संपूर्ण मानदेय बकाया रहता है।बहुत अल्प प्रोत्साहन राशि  में रात दिन श्रम करने वाली आशा व आशा संगिनी भुखमरी की शिकार होती रहती हैं,किंतु उस अल्प अपमानजनक कथित मानदेय के भुगतान की चिंता न एन एच एम को रहती है और न  सरकार को।सरकार द्वारा घोषित आशा का 6 हजार 7सौ+ अन्य कार्यों की प्रोत्साहन राशि व संगिनी बहनों का 11हजार + अन्य सेवाओं की प्रोत्साहन राशियां अभी तक सरकारी जुमला ही है।

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की अध्यक्ष किरन सिंह ने कहा कि अल्प मानदेय में रात दिन श्रम करने वाली आशा व आशा संगिनी भुखमरी की शिकार हैं और कई माह की प्रोत्साहन राशि बकाया है।इसके अलावा भी वर्षों से दस्तक व आयुष्मान कार्ड बनाने जैसे कार्यों में अलग से समकालीन कार्यों में किए गए नियोजनों की कोई प्रोत्साहन राशि आज तक भुगतान नहीं की गई । 

उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन की सचिव संध्या श्रीवास्तव ने कहा कि कोई भी आशा ऐसी नहीं है जिसने 5 से एक हजार तक गोल्डन आयुष्मान कार्ड बनाने समेत अन्य कामों  में योगदान न  किया हो।वर्तमान समय में फिर योगदान कराया जा रहा है।पूर्व घोषित5 रुपया प्रति कार्ड की अनुतोष राशि व इस वर्ष की प्रति कार्ड की घोषित 10 रुपए की राशि का भुगतान नहीं मिला।

प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुए सफाई मजदूर एकता मंच के जिला उपाध्यक्ष व ऐक्टू के नेता वीरेंद्र रावत ने कहा कि  सरकार ने चुनावी वर्ष में समारोह पूर्वक आशा कर्मियो को उपहार कहकर मोबाइल भेंट किए थे।अब उन्ही कचरा मोबाइल से कार्य का डेटा फीड करने , आयुष्मान कार्ड बनाने का फरमान जारी हुआ है। डेटा उधार, 2 जी नेटवर्क , दूर दराज ग्रामीण जीवन में नेटवर्क संकट , उस पर एक घंटे की ट्रेनिंग पर कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य करने को विवश किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए सुनीता ने 13मार्च को जिला मुख्यालय पर होने वाले प्रदर्शन में सभी आशाओं को शामिल होने की अपील की।इस मौके पर प्रमुख रूप से अर्चना, पूनम,नेहा द्विवेदी,नेम कली  , तरन्नुम, सरस्वती,राधा सिंह, ममता वर्मा, सीएचसी मेजा की 196 आशाये मौजूद रहीं।

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