प्रयागराज (राजेश सिंह)। उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतीक अहमद की माफियागीरी खत्म होने का सिलसिला जो शुरू हुआ वो बदस्तूर जारी है। पहले संपत्तियों पर एक के बाद एक बुलडोजर चले और अब एक बेटे का ही एनकाउंटर हो गया। हालात ये है कि जिस अतीक के नाम की तूती पूरे यूपी में बोला करती थी, आज उसी माफिया के बेटे के अंतिम संस्कार के कार्यक्रम में शामिल होने से लोग कतरा रहे हैं। संभावना जताई जा रही है कि अतीक की पत्नी और असद की मां शाइस्ता आज सरेंडर कर सकती है। वह भी इस हत्याकांड मामले में आरोपी है।
चकिया मोहल्ले में अतीक अहमद के ध्वस्त किए जा चुके मकान की खाली जगह पर टेंट लगाया गया है। कुर्सियां रखी हैं, जहां आसपास के लोग आए हुए हैं। असद का शव पहले यहां लाया जाएगा। फिर अंतिम संस्कार के लिए कसारी मसारी कब्रिस्तान ले जाया जाएगा। यहां शाइस्ता के आने की संभावना है।
बड़े भाई की मौत की खबर सुनकर देखने के लिए बेचैन है अतीक के दोनों नाबालिग बेटे मगर कोई भी अपनी अभिरक्षा में लेने के लिए तैयार नही है। पुलिस अधिकारियों ने नाना और मौसा को रोक दिया है। पुलिस की देखरेख में शव को लाया जाएगा।
असद का शव लेने अतीक के मुंह बोले बहनोई डा. मोहम्मद अहमद और उनके साथ उनका ड्राइवर और दो वकील झांसी पहुंचे हैं। कागजी कार्यवाही शुरू हो गई है।