प्रयागराज (राजेश सिंह)। शुक्रवार को नैनी स्थित ग्लोबल कमला हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर पर अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के मौके पर लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ सुनील विश्वकर्मा ने दया व सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेंस नाइटिंगेल "द लेडी विद द लैंप" की 203 वीं जयंती पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण करके उनको नमन किया। उसके पश्चात हेड नर्स शिलोचना सिंह, नर्स सुमन गुप्ता, फार्मासिस्ट निधि गुप्ता व सभी स्टाफ के साथ केक काटकर नाईटएंजेल जी की 203 वी जयंती मनाई।
कार्यक्रम आयोजक ग्लोबल कमला हॉस्पिटल के प्रबंधक निखिल श्रीवास्तव ने बताया कि फ़्लोरेन्स नाइटिंगेल को आधुनिक नर्सिग आन्दोलन का जन्मदाता माना जाता है। इनका जन्म एक समृद्ध और उच्चवर्गीय ब्रिटिश परिवार में हुआ था। लेकिन उच्च कुल में जन्मी फ्लोरेंस ने सेवा का मार्ग चुना। नर्स रहने के दौरान जब चिकित्सक चले जाते तब वह रात के गहन अंधेरे में मोमबत्ती जलाकर घायलों की सेवा के लिए उपस्थित हो जाती। इसीलिये दया व सेवा की प्रतिमूर्ति फ्लोरेंस नाइटिंगेल "द लेडी विद द लैंप" (दीपक वाली महिला) के नाम से प्रसिद्ध हैं। हम सभी अनुग्रहित है कि उनकी वजह से आज हम सभी भी सेवा भाव से मरीजों के इलाज के लिए समर्पित है। जयंती कार्यक्रम के दौरान ग्लोबल कमला हॉस्पिटल के डायरेक्टर हरिशंकर विश्वकर्मा, कमला हॉस्पिटल के डायरेक्टर सुशील विश्वकर्मा, डॉ विनीत सिंह, डॉ एम पी सिंह, डॉ अविनाश विश्वकर्मा, गौरव सिंह व स्टाफ आशीष, मोहम्मद कयूम, पुष्पा, नीरज विश्वकर्मा समेत सभी डॉक्टर व स्टाफ उपस्थित रहे।