गर्मी में डायरिया के बढ़े मरीज
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
तापमान बढ़ने और गर्म हवा चलने से बच्चों पर सबसे ज्यादा प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ऐसे मौसम में डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने का खतरा रहता है। इसलिए पानी व तरल पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए।उक्त बातें सीएचसी मेजा के चिकित्सक डॉ समीम अख्तर ने एक वार्ता के दौरान कही।उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी अस्पतालों में ज्यादा मरीज उल्टी दस्त यानी डायरिया के आ रहे हैं। इसके अलावा वायरल बुखार के मरीज भी बढ़े हैं। उनका कहना है कि ऐसे मौसम में सावधानी बरतने की जरूरत है।इन दिनों मई की तरह ही जून माह में भी भीषण गर्मी पड़ रही है, इसके साथ ही गर्म हवा भी चल रही है। गर्मी बढ़ने के साथ ही लोग बीमार हो रहे हैं। खासतौर से बच्चों पर मौसम का ज्यादा प्रतिकूल असर पड़ रहा है। चिकित्सक डॉ समीम अख्तर ने बताया कि गर्मी के मौसम में डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की कमी होने की संभावना ज्यादा रहती है, इसलिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें और तरल पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहेगी तो डायरिया होने का खतरा भी कम रहेगा।
उन्होंने कहा कि डायरिया होने पर बच्चों को ओआरएस का घोल पिलाते रहे और गर्मी से बचाव के तरीके अपनाने चाहिए।धूप से बचाव के लिए सिर पर कैप और कपड़ा रखकर बाहर निकले और चिकित्सक की सलाह से उपचार कराने की बात कही।उन्होंने उपचार से बचाव पर ज्यादा जोर दिया।