लखनऊ (राजेश सिंह)। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ कोर्ट में हुई हत्या पर कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। प्रदेश में नियमित डीजीपी तक नहीं है। कार्यवाहक डीजीपी से काम चलाया जा रहा है। ऐसा तीसरी बार हुआ जब कार्यवाहक डीजीपी बनाए गए हैं। उन्होंने कहा कि क्या दिल्ली और लखनऊ का इंजन टकरा रहा है। लखनऊ में महिलाएं असुरक्षित हैं। हर जिले में महिलाओं के साथ घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि नोएडा में महिला वकील की हत्या हुई है। कन्नौज के सांसद चौकी में घुस कर पुलिस को पीट रहे हैं। कचहरी में हत्याएं हो रही हैं। सवाल यह नहीं है कि कौन मरा है सवाल ये है कि कहां मारा जा रहा है। कोर्ट में हत्या होना कानून व्यवस्था की पोल खोलता है। भाजपा के लोगों ने मंदिर में मांस रखवाया था। जिसकी वजह सं दंगा हुआ था।
15 अप्रैल की रात माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की कॉल्विन अस्पताल के गेट गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तीन शूटरों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को महज 18 सेकेंड के भीतर मौत की नींद सुला दिया था। शूटरों ने दोनों के पुलिस जीप से उतरने के 32वें सेकेंड में पहली गोली दागी थी। इसके बाद लगातार कुल 20 गोलियां दागीं और 50वें सेकेंड तक माफिया भाइयों का काम तमाम हो चुका था। अतीक व अशरफ को रात 10.36 पर लेकर पुलिस कॉल्विन अस्पताल के गेट पर पहुंची थी।