प्रयागराज (राजेश सिंह)। आंख लाल होने की बीमारी 'आई फ्लू' (आंख का मर्ज) से इन दिनों लोग डरे सहमे हैं। स्कूलों में पढ़ाई के दौरान बच्चों की आंख भी लाल होने से खतरे का दायरा बढ़ता नजर आ रहा है। यह दरअसल एक तरह का मौसमी दुष्प्रभाव है जो वातावरण में उमस के कारण होता है। छह से सात दिनों की मियाद पूरी करके ही परेशानी कम होती है।
सावधानी बरतें, परहेज करें तो आंख में खुजली, जलन और सूजन को कम किया जा सकता है। हथेली को थोड़ी-थोड़ी देर पर साफ करते रहें। साधारण आई ड्राप, साधारण एंटीबायोटिक और लुब्रीकेंट डालते रहने और बर्फ से सेंकाई करने पर परेशानी ज्यादा नहीं होगी।
उक्त बातें गुरुवार को हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में टीबी सप्रू चिकित्सालय यानी बेली अस्पताल के वरिष्ठ परामर्शदाता नेत्र, डा. एमके अखौरी ने कहीं। प्रस्तुत है नागरिकों द्वारा फोन पर उनसे हुए सवाल और मिले जवाब के प्रमुख अंश।
ये हैं लक्षण
1. आंख के सफेद भाग में खुजली या लाल रंग
2. कंजक्टिवा में सूजन
3. आंख से बार बार पानी या आंसू आना
4. आंख से गाढ़ा कीचड़ निकलना और आंख में चुभन और दर्द
5. सुबह नींद से जागने पर आंखों की पलकें चिपकना
6. कांटैक्ट लेंस की बजाय चश्मा पहनें और तौलिया, बेडशीट, तकिया कवर को गर्म पानी में धुलें
7. आंख को ज्यादा रगड़ें नहीं
कीचड़ आता है तो साफ करने से पहले हाथ को धुलें
8. रूमाल को दिन में दो बार बदलें
रोग नहीं है तो चुनौती ज्यादा है यदि आपको आई फ्लू नहीं हुआ है तो इससे बचने रहने की चुनौती अधिक है। किसी ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाए रखें जिसे बीमारी हुई हो। घर में किसी की आंख लाल हो गई है तो उसे अलग रखें और पूरी सहानुभूति भी रहे।
कार्यस्थल पर किसी साथी की आंख लाल है तो उससे भी बचे रहना होगा। घर में सफाई रखें, भीतर के कमरे हैं तो दरवाजे खिड़कियों को खुला रखें ताकि ताजी हवा आती जाती रहे। अपनी आंखों को साफ करते रहें और ठंडे पानी का छींटा दिन में एक या दो बार मार लें।
आजकल लोगों की आंखें लाल होने के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं। नेत्र चिकित्सकों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या 50 प्रतिशत तक हो गई है। डा. एमके अखौरी के पास आए सवालों में कहा गया कि पहले तो आंख में एक या दो दिन खुजली होती है, फिर लालिमा आ जाती है।
दो दिनों बाद आंख लाल, उसमें सूजन और कीचड़ से पलकों के चिपकने की परेशानी भी शुरू हो जाती है। बड़े बुजुर्गों ही नहीं, स्कूलों में तमाम छात्र छात्राओं की आंख भी लाल होने लगी है। स्कूलों से तो अभिभावकों के वाट्सएप ग्रुप पर संदेश भेजे जाने लगे हैं कि बच्चों की आंख आई है तो उन्हें ठीक होने तक घर में ही रखें।
इस समस्या पर डा. अखौरी ने जवाब दिया कि वातावरण में आर्द्रता ज्यादा होने के चलते उमस है। वायरस के पनपने और फैलने के लिए यही सबसे उपयुक्त समय रहता है। ऐसे में सतर्क रहना होगा। कुछ दिनों तक आपस में हाथ मिलाना छोड़ दें। घर में किसी को आई फ्लू हो गया है तो उसके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तौलिया, गमछे या अन्य कपड़ों को अलग ही रखें। प्रभावित लोग काला चश्मा पहनें तो दूसरे को होने वाले संक्रमण की संभावना कम से कम रहेगी।
यदि आंख में फ़्लू का असर हो गया है तो मेडिकल स्टोर से साधारण आई ड्राप और लुब्रीकेंट लेकर काम चला सकते हैं। परेशानी को और भी कम रखना है तो किसी अच्छे अस्पताल में आंख के डाक्टरों के पास जरूर जाएं। उनके द्वारा दी गई दवाओं से बैक्टीरिया का असर नहीं पड़ता है। आंख लाल होने पर कहीं बाहर निकलने की बजाए घर में ही पांच-छह दिन आराम करें।