विश्व जनसंख्या दिवस पर "दो बच्चे सबसे अच्छे" का दिया संदेश
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों व कालेजों में विश्व जनसंख्या दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें बढ़ती जनसंख्या को कम करने को लेकर चर्चा की गई। मंगलवार को प्रिंसिपल पवन तिवारी के नेतृत्वमें गोष्ठी हुई। जिसमें बढ़ रही जनसंख्या पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इस पर लगाम लगाना जरूरी है। सीमित संसाधनों पर ही निर्भर रहकर बड़ी जनसंख्या के लिए सभी व्यवस्थाएं कर पाना मुश्किल है। कहा कि दो बच्चों का कानून लागू कर जनसंख्या वृद्धि पर कार्य किया जा सकता है। जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण नहीं रख पाये तो आने वाले समय में एक विकराल समस्या उत्पन्न हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जल प्रदूषण, वायू प्रदूषण जैसी समस्याओं का कारण बढ़ती जनसंख्या ही है। जिसका प्रत्यक्ष प्रभाव सीमित प्राकृतिक संसाधनों पर अत्यधिक दबाव पड़ रहा है, यह चिन्ताजनक स्थिति है। हमको अपने समाज अपने परिवार आदि को जागरूक करना होगा।श्री तिवारी ने कहा कि जनसंख्या को नियंत्रित करके एक सुखी समाज व राष्ट्र की कल्पना करें। परिवार नियोजन वर्तमान समय की सबसे बड़ी आवश्यकता समाज के सुखद भविष्य के लिए महसूस की जा रही है। ‘हम दो हमारे दो’ व ‘शेर का बच्चा एक ही अच्छा’ जैसी अनेक जागरूक धारणाएं समाज में लोगो द्वारा दी जाने लगी हैं, लेकिन समाज का एक बड़ा वर्ग अभी भी जनसंख्या विस्फोट से अनजान है। इस प्रकार से जानबूझकर अनजान होना आने वाले समय में संकट के संकेत हैं।
एसजीटी पब्लिक स्कूल मेंडरा के बच्चों ने पोस्टर के मध्यम से दो बच्चे सबसे अच्छे का संदेश जनता को दिया। इस मौके पर मंडल अध्यक्ष गोविंद मिश्र,ओंकार मिश्र,अखिलेश मिश्र,चंद्रशेखर जिद्दी,राकेश केशरी,अमरेश मिश्र,महेश सोनी आदि शामिल रहे।