सुपुर्दगी में लेकर ही लौटे वापस
मांडा, प्रयागराज (शशिभूषण द्विवेदी)। एक वन वाचर को चोरी का संदिग्ध बताकर पीड़ित परिवार ने पुलिस के हवाले जंगल से कर दिया। वन वाचर के थाने पहुंचने के बाद लगभग दो दर्जन वन कर्मचारियों के साथ वन दरोगा थाने पहुंचे और तीन घंटे तक जद्दोजहद के बाद साथी वनकर्मी को थाने से अपनी सुपुर्दगी में लेने के बाद ही वनकर्मी थाने से बाहर निकले।
मांडा थाना क्षेत्र के गरेथा गाँव निवासी वन वाचक शारदा प्रसाद मांडा के भरारी लालगंज जंगल में अपने सहकर्मी साथियों के साथ बुधवार सुबह वन संपत्ति की सुरक्षा कर रहे थे। उसी समय दशमियहवा पहाड़ पर स्थित शिवालय में भारतगंज कस्बे के वार्ड छ निवासी अश्वनी प्रजापति की पत्नी आरती देवी पूजा करने के लिए गयी। अश्वनी के दुकान में 23 मई को चोरी हो गयी थी। एफआईआर के अनुसार दो चोर बाइक से उनकी दुकान पर आये और छात्रवृत्ति फार्म वेरिफिकेशन के लिए आधार व अन्य कागजात मांगे। जब अश्वनी व उनकी पत्नी कागजात लाने घर के अंदर गये, तो दुकान में रखे गहने व नकदी लेकर चोर बाइक से फरार हो गये थे। बुधवार को जंगल में शारदा वाचर को देखकर आरती प्रजापति ने 112 डायल कर वाचर को ही संदिग्ध बताया। सूचना पर पहुँच पुलिस कर्मी वाचर को थाने उठा ले गये। दूसरी ओर साथी वन कर्मियों ने उच्चाधिकारियों व अन्य बीट के वन कर्मियों को मामले की जानकारी दी। लगभग 11 बजे तक वन दरोगा सर्वेश कुमार मिश्रा सहित लगभग दो दर्जन वन कर्मी थाने पहुँच गये। लगभग दो बजे तक पूछताछ के बाद वनकर्मी को वन दरोगा की सुपुर्दगी में मांडा पुलिस ने दे दिया। घटना के विवेचक चौकी इंचार्ज भारतगंज दुर्गेश सिंह ने बताया कि घटना के दिन का वाचर का मोबाइल सर्विलांस पर लगवाकर लोकेशन मिलने के बाद अग्रिम कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल बुधवार दोपहर 11 बजे से दो बजे तक मांडा थाने पर वन कर्मियों का अपने साथी को छुड़ाने के लिए जमावड़ा लगा रहा। साथी वन कर्मियों ने बताया कि संदिग्ध बताया गया वाचर पूरी तरह निर्दोष है। उसे पीड़ित परिवार ने चोर के भ्रम में पुलिस को सुपुर्द किया था।